पिता की इच्छा सिविल सर्विस में जाने की थी, लेकिन किसी कारणवश उनका यह सपना अधूरा रह गया। साक्षी ने इसमें अपना कर्तव्य महसूस किया और उनके पिता की कड़ी मेहनत को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया।
साक्षी ने 2017 में यूपीएससी सीएसई की परीक्षा में ऑल इंडिया 350वीं रैंक हासिल की। इसके बाद, उन्हें इंडियन रेवेन्यू सर्विस में स्थान मिला और उन्होंने इंकम टैक्स ऑफिसर के रूप में अपने परिवार का गर्व बढ़ाया।
साक्षी की बचपन से ही पढ़ाई में रुचि थी और उन्होंने 10वीं और 12वीं में ब्रिलियंट प्रदर्शन किया। इसके पश्चात, उन्होंने रॉबर्ट्सगंज के राजकीय महिला डिग्री कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की और ग्रेजुएशन में 61% अंक प्राप्त किए।
ग्रेजुएशन के बाद, साक्षी ने अपने पिता को अपने आईएएस सपने के बारे में बताया, जिसे वह सिविल सर्वेंट बनकर पूरा करना चाहते थे। उनके पिताजी ने उन्हें दिल्ली की तैयारी के लिए भेज दिया।
हालांकि साक्षी ने आईएएस अधिकारी नहीं बना, लेकिन उन्होंने अपने पिता के सपने को साकार किया है और इंकम टैक्स ऑफिसर के रूप में एक सफल करियर बनाया है। उनका समर्पण और मेहनत ने उन्हें नए मुकामों तक पहुंचाया है।
अब साक्षी ने एक नए सफर की शुरुआत की है और उन्होंने नए लक्ष्यों की दिशा में मेहनत जारी रखने का निर्णय लिया है। उनका समर्पण और सेवा भाव आगे बढ़ने की सीढ़ीयों को और भी ऊँचाईयों तक