Haryana News: हरियाणा में धारा 144 लागू, जानिए क्यों और कहां ?
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Haryana News: हरियाणा में आज वायु प्रदूषण का स्तर (AQI) 491 पर पहुंच गया। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से शुक्रवार शाम 4 बजे जारी डाटा में प्रदेश में हिसार, जींद, रोहतक, सोनीपत व फरीदाबाद ऐसे रहे जहां AQI 433 से 491 तक रहा।
ऐसी स्थिति, जिसमें हवा में सांस लेने से स्वस्थ व्यक्ति तो प्रभावित होता ही है, लेकिन मौजूदा समय में बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ता है। दिवाली तक प्रदूषण से राहत की उम्मीद नहीं है। हालात बिगड़ते देख गुरुग्राम में डीसी निशांत कुमार यादव (जिलाधीश) ने धारा 144 लागू कर दी है।
गुरुग्राम में किसी भी प्रकार के अपशिष्ट पदार्थों को खुले क्षेत्रों, गलियों, बैक यार्ड, औद्योगिक व रिहायशी क्षेत्रों सहित ग्रामीण इलाकों में जलाने पर पूर्णतः पाबंदी लगाई गई है। दूसरी तरफ फरीदाबाद में केंद्रीय मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जताते हुए अधिकारियों से बात की और उचित कदम उठाने को कहा।
स्कूल बंद करने पर मंत्री ने कहा कि एक्सपर्ट की राय पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कोताही बरतने पर प्रदूषण विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश के विभिन्न जिलों में आसमान में इस समय स्मॉग की चादर छाई है। सूर्य देव की चमक भी इसके पीछे फीकी पड़ गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली तक लोगों को ऐसे ही हालात का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर प्रदेश में कुछ दिनों से सुबह शाम प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहता था, लेकिन शुक्रवार काे सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर बाद 4 बजे तक कोई ज्यादा सुधार नहीं हुआ।
सोनीपत में सुबह 10 बजे जहां AQI 465 रहा, वहीं 4 बजे यह 455 था। एक समय ऐसा भी रहा जबकि पीएम-10 व पीएम 2.5 का अधिकतम लेवल 500 तक पहुंच गया।
लोगों को सांस लेने में दिक्कत, हल्की खांसी यानी गले में खराश व आंखों में जलन का समाना करना पड़ रहा है। हवा में जहर घुला है और हर सांस लेने वाले प्राणी पर यह भारी पड़ रहा है।
प्रदेश में 4 बजे AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) पर गौर करें तो सबसे बुरे हालात फरीदाबाद के हैं। यहां AQI प्रदेश में सबसे ज्यादा 491 दर्ज किया गया। यह सोनीपत में 455 है। इससे पहले सुबह सोनीपत में 465 पर था। इसके अलावा जींद में AQI 447, रोहतक में 433 व फतेहाबाद में 432 दर्ज किया गया। यह रेड जोन (Severe) में है। इस स्तर पर सांस लेना मुश्किल हो जाता है
फरीदाबाद शहर के न्यू इंडस्ट्रियल टाउन में AQI सबसे ज्यादा 491 तो सेक्टर 16ए में यह 490 रहा। बहादुरगढ़ में यह 404, फतेहाबाद में 432, गुरुग्राम की ग्वाल पहाड़ी में 468 रहा। बात हरियाणा के अन्य शहरों की करें तो AQI कैथल में 363, करनाल में 322, कुरुक्षेत्र में 324, मानेसर में 372, पलवल में 324 दर्ज किया गया। यहां भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्थित में है। यहां वह स्थिति है जहां लंबे समय तक संपर्क में रहने पर श्वसन संबंधी बीमारी बढ़ सकती है।
हरियाणा में अक्टूबर के महीने में ही प्रदूषण से आम जन का दम घुटने लगा था। अब हालात दिनों दिन खराब हो रहे हैं और दिवाली तक इसमें सुधार की गुंजाइश नहीं है। रोक के बावजूद कुछ दिनों से खास मौकों पर पटाखे चलाए जा रहे हैं।
खुले में रोड पर कूड़ा जलाया जा रहा है, प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में खेतों में पराली या धान के अन्य अवशेष जलाने की घटनाओं पर रोक नहीं है। कुछ कंस्ट्रक्शन साइट पर उड़ रही धूल मिट्टी भी हालात खराब कर रही है।
लोगों का हवा में सांस लेना दूभर हो गया है, लेकिन संबंधित अधिकारी दावे कर रहे है कि उनके लेवल पर हवा को प्रदूषित करने वालों पर कार्रवाई में कोई ढ़िलाई नहीं है।
सोनीपत में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रदीप सिंह ने बताया कि उनकी टीम प्रदूषण फैलाने वालों पर लगातार शिकंजा कस रही है।
लोगों को बेहतर मास्क लगाने की सलाह भी दी जा रही है। प्रदूषण बढ़ने पर ग्रैप-3 लागू कर दिया गया है। ऐसे में निर्माण से लेकर पेंट करने तक का कार्य बंद हैं।
खनन पर रोक है और स्टोन क्रशर बंद करने के आदेश दिए गए हैं। धान के अवशेष जलाने वालों पर भी जुर्माना व FIR हो रही हैं।