Daan Peti Controversy: क्या है प्रधानमंत्री मोदी के दान -पेटी में दान का विवादित मामला, मंदिर के पुजारियों ने किया पीएम के दान पर ये दावा
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Daan Peti Controversy: गुर्जर समाज के आराध्य देव भगवान देवनारायण मंदिर के दानपात्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिफाफे को 9 माह बाद खोला गया। इस लिफाफे में 21 रुपए निकले। दानपात्र में दो अन्य लिफाफे में भी निकले। एक में 101 रुपए और दूसरे में ₹2100 रखे हुए थे।
दरअसल, राजस्थान के भीलवाड़ा में 28 जनवरी 2023 को भगवान श्री देवनारायण जी के 1111वें 'अवतरण महोत्सव' के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था। पीएम मोदी ने मालासेर डूंगरी मंदिर दर्शन किए, परिक्रमा की और नीम का पौधा भी लगाया था। उन्होंने यज्ञशाला में चल रहे विष्णु महायज्ञ में पूर्णाहुति भी दी थी।
मंदिर में पुजारियों ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने मंदिर के दानपात्र में एक लिफाफा भी डाला था। 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद बीते सोमवार को वही लिफाफा खोला गया |
गुर्जर समाज एक सीधी, सच्ची, ईमानदार, सरल एवं स्वाभिमानी कौम है और किसी कौम व समाज को इस तरह छलना अच्छी बात तो नहीं है माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी।
— Dheeraj Gurjar (@dgurjarofficial) September 25, 2023
याद है ना प्रधानमंत्री मोदी जी, जब आपका देव दरबार के 1111वें प्राकट्य दिवस पर देव धाम भीलवाडा-आसींद मालासेरी डूंगरी… pic.twitter.com/Eppt7ibWbI
मालासेरी डूंगरी के पुजारी हेमराज पोसवाल ने मीडिया के सामने लिफाफा खोलते हुए बताया, सफेद लिफाफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दानपात्र में डाला था। उसी में दो अन्य लिफाफे में भी निकले, जिनमें से एक में 101 रुपए और दूसरे में 2100 रुपए थे।
दान पर शुरू हुई राजनीति
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिफाफे को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और राजस्थान बीज निगम अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान श्री देवनारायण जी के 1111 वें प्राकट्य दिवस पर देव धाम भीलवाड़ा को कुछ दिया नहीं। हजारों की संख्या में उपस्थित गुर्जर समाज के भाइयों से आपने और भाजपा ने वादा किया कि मैंने गुर्जर समाज को जो भी दिया है, वह मंदिर की दान-पेटी में डाल दिया है।लेकिन आज दान-पेटी खुलने पर खोले गए लिफाफे से जो 21 रुपए निकले हैं, वो गुर्जर समाज और देश के सामने आ गए हैं।
धीरज गुर्जर ने कहा कि क्या यही आपका विकास है? क्या यही आपका गुर्जर समाज को तोहफा है? देश के प्रधानमंत्री का किसी समाज को सपना दिखाकर छलना अच्छी बात नहीं है।