जुल्म की सारी हदें पार: न्याय के लिये धरने पर बैठ पहलवानों को पुलिस ने घसीट-घसीट कर जेल में भरना शुरू किया
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धरनास्थल पर लगे तम्बूओं-टेंटो को पुलिस ने उखाड़ा
Wrestlers Protest: एक तरफ जहाँ आज नई संसद का उद्घाटन किया जा रहा था वही दूसरी तरफ न्याय के लिए धरने पर बैठी बेटियों को पुलिस द्वारा घसीटा जा रहा था |
आज दिल्ली में विश्वपटल पर तिरंगा लहराने वालों को दिल्ली पुलिस खदेड़ रही थी | अभी पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया | धरना स्थल से पुलिस ने उनके टैंट और तंबू हटाने शुरू कर दिए हैं।
सोशल मीडिया पर लोग केंद्र सरकार व् दिल्ली पुलिस को इस पूरी घटना के लिए निंदा कर रहे है |
वही किसान नेता राकेश टिकैत को भी गाजीपुर बोर्डर पर ही रोक दिया गया |
दिल्ली से लगते सभी बॉर्डरों पर किसानो के जन्तर मंतर जाने पर रोक लगा डी गई है | सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है |
आज नई संसद भवन के सामने पहलवानों के समर्थन में “महिला सम्मान पंचायत” होने जा रही थी जिसमे पुरे देश भर से महिला इसमें हिस्सा लेने पहुँच रही थी |
सरकार ने ज्यादा संख्या में महिलाओं के पहुँचने की आशंका होने पर पहले ही हर राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी और ऐसे जत्थों को पुलिस द्वारा रास्ते में ही रोकना शुरू कर दिया |
वही प्रियंका गाँधी वाड्रा ने ट्विट कर लिखा, “खिलाड़ियों की छाती पर लगे मेडल हमारे देश की शान होते हैं। उन मेडलों से, खिलाड़ियों की मेहनत से देश का मान बढ़ता है। भाजपा सरकार का अहंकार इतना बढ़ गया है कि सरकार हमारी महिला खिलाड़ियों की आवाजों को निर्ममता के साथ बूटों तले रौंद रही है। ये एकदम गलत है। पूरा देश सरकार के अहंकार और इस अन्याय को देख रहा है|”
वही साक्षी मालिक के ट्विटर हैंडल से ट्विट किया गया, “क्या खून पसीना बहाकर देश के लिए मेडल लाना हमारा गुनाह था ? अगर हाँ, तो हमे फाँसी लगा दो”
क्या खून पसीना बहाकर देश के लिए मेडल लाना हमारा गुनाह था ? अगर हाँ, तो हमे फाँसी लगा दो
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) May 28, 2023
– Sakshi Malik’s Team #WrestlersProtest pic.twitter.com/D6LmHHntjq