UPSC : 13 से 14 घंटे की पढ़ाई के बाद पहले प्रयास में बनी आईएएस, पढ़े अक्षिता गुप्ता की सच्ची स्टोरी !

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UPSC : 13 से 14 घंटे की पढ़ाई के बाद पहले प्रयास में बनी आईएएस, पढ़े अक्षिता गुप्ता की सच्ची स्टोरी !
UPSC : 13 से 14 घंटे की पढ़ाई के बाद पहले प्रयास में बनी आईएएस, पढ़े अक्षिता गुप्ता की सच्ची स्टोरी !

UPSC : आईएएस अक्षिता गुप्ता ( IAS Akshita Gupta ) की पढ़ाई और काबिलियत के चर्चे की फिल्मी अंदाज से कम नही । चलिए आज आपको बताते है आईएएस अक्षिता गुप्ता सच्ची स्टोरी ।

UPSC परीक्षा को पास करने के लिए उम्मीदवारों को कई सालों तक कड़ी मेहनत करनी पड़ती है । अक्षिता गुप्ता ( IAS Akshita Gupta) सिविल सेवा परीक्षा पहले ही प्रयास पर सफल कर ली। नौकरी के साथ परीक्षा की तैयारी करने वाली अक्षिता ने साल 2020 में पहले ही प्रयास में 69वीं रैंक हासिल कर आईएएस बनने का गौरव हासिल किया ।

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सबसे खास बात यह है कि उन्होंने अस्पताल में काम करते हुए इस परीक्षा की तैयारी की ।

हालांकि अक्षिता एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई कर रही थी, लेकिन उसका सपना आईएएस बनने का था। इसलिए उन्होंने एमबीबीएस के तीसरे साल से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। वे हर रोज 13 से 14 घंटे पढ़ाई करती थी।

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इसके अलावा वह बताती हैं कि नौकरी के दौरान अगर उन्हें 15 मिनट का भी ब्रेक मिलता था तो मैं उसमें भी रिवीजन कर लेती थी । एक मेडिकल छात्र होने के नाते उन्होंने इसे मुख्य परीक्षा में एक वैकल्पिक विषय के रूप में चुना ताकि वह एक ऐसे विषय पर ज्यादा समय बर्बाद न करें जो उन्हें शुरू से पढ़ना था।

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए अक्षिता ने तीन प्रमुख बिंदुओं को पढ़ना, मुख्य बिंदुओं को रेखांकित करना और हाइलाइट किए गए बिंदुओं को तीसरी बार पढ़ना जैसे नियम बनाए।

उन्होंने यूपीएससी (UPSC) पाठ्यक्रम के अनुसार अपनी सभी चिकित्सा पुस्तकों को फाड़ा और उनमें से आवश्यक अध्याय एकत्र किए ताकि वे पाठ्यक्रम के अनुसार जल्दी से तैयारी कर सकें।

हरियाणा के अंबाला की रहने वाली अक्षिता ने एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है । उनके पिता का नाम पवन गुप्ता है, जो सार्थक मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल हैं।

उनकी माता का नाम मीना गुप्ता है और वह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामगढ़ में गणित व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। आईएएस ( IAS ) बनने के बाद उन्हें पंजाब कैडर दिया गया है।

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