Supreme Court: संसद भवन के बाद अब सुप्रीम कोर्ट की भी बनेगी नई ईमारत
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मुख्य न्यायधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने आजादी दिवस पर देश की सर्वोच्च न्यायपालिका के लिए बहुत बड़ी घोषणा की | उन्होंने अपने भाषण में कहा कि देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती इंसाफ मिलने को आसान बनाना है।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा चैलेंज न्याय तक पहुंच की बाधाएं दूर करना और यह सुनिश्चित करना है कि न्यायपालिका समावेशी और पंक्ति में आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति के लिए सुगम है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट परिसर के विस्तार की योजना का भी ऐलान किया।
न्यायपालिका को इस तरह विकसित करना है कि देश के उस आखिरी इन्सान को भी न्याय मिले जिसने कभी कोर्ट को देखा तक नहीं हो |
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में नई बिल्डिंग बनाने की योजना है जिसमें 27 अतिरिक्त कोर्ट, 4 रजिस्ट्रार कोर्टरूम के साथ-साथ वकीलों और वादियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराना शामिल है।
अभी तक सुप्रीम कोर्ट में 9423 फैसलों का क्षेत्रीय भाषाओं अनुवाद किया गया है।
प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि हर कानूनी शिकायत का समाधान महत्वपूर्ण है और ऐसी शिकायतों की सुनवाई कर अदालतें केवल अपना संवैधानिक दायित्व निभा रही हैं।