Sidhu Moosewala Murder: सिद्धू मूसेवाला मर्डर पर बड़ा खुलासा, पाकिस्तानी कनेक्शन आया सामने, दुबई से सप्लाई किए हथियार
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Sidhu Moosewala Murder: पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला के कत्ल के लिए पाकिस्तानी सप्लायर ने हथियार सप्लाई किए थे।
यह खुलासा नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की जांच में हुआ है।
दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी हथियार सप्लायर हामिद ने पाकिस्तान से इन हथियारों की डिलीवरी कराई थी।
मूसेवाला के कत्ल में ऑस्ट्रिया की ग्लोक-30, जिगाना पिस्टल, जर्मन मेड हेकलर एंड कोच, स्टार और AK 47 का इस्तेमाल हुआ।
NIA ने बुलंदशहर से हवाला कारोबारी शाहबाज अंसारी को 8 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था।
शाहबाज अंसारी से पूछताछ में पता चला कि वह लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का करीबी है।
शाहबाज़ अंसारी कई बार दुबई और कनाडा गया। जहां वह गोल्डी बराड़ के टच में आया।
इन यात्राओं के दौरान वह फैजी खान के संपर्क में आया, जो एक पाकिस्तानी नागरिक है और दुबई में हवाला का कारोबार करता है।
फैजी खान ने ही शाहबाज अंसारी को दुबई बैठे पाकिस्तानी नागरिक और हथियार सप्लायर हामिद से मिलवाया था।
शाहबाज अंसारी का पिता मृतक कुर्बान अंसारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सबसे बड़ा हथियार सप्लायर था।
जांच के मुताबिक हामिद और शाहबाज अंसारी के बीच एक मीटिंग हुई थी। जिसमें सिद्धू मूसेवाला के कत्ल के लिए हथियार सप्लाई करने पर बात हुई।
मूसेवाला के कत्ल के लिए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने असॉल्ट राइफल और अन्य मॉडर्न हाईटेक हथियारों की मांग की थी।
हामिद ने तब अंसारी को बताया कि वे गोल्डी बराड़ के संपर्क में भी है और उसे कई बार हथियार मुहैया कराए हैं।
NIA के मुताबिक, हामिद ने अंसारी को अपना फोन दिखाया, जिसमें गोल्डी बराड़ को हथियारों की आपूर्ति से संबंधित एक ऑडियो रिकॉर्डिंग थी।
NIA हामिद और फैजी खान के अंसारी के साथ हथियारों के डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के बारे में अधिक जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है।
चाहे, NIA मूसेवाला की हत्या की सीधे तौर पर जांच नहीं कर रही है,
लेकिन उत्तर भारत में गैंगस्टरों व खालिस्तानी समर्थकों के बीच के गठजोड़ को लेकर दर्ज की गई 2 FIR के आधार पर यह पूरा मामला सामने लाया जा रहा है।
मूसेवाला की हत्या की योजना का विवरण देते हुए NIA ने दस्तावेजों में कहा है- सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश के दौरान सभी आरोपी 6 अलग-अलग जेलों में बंद थे।
लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया तिहाड़ जेल, मनप्रीत उर्फ मन्ना फिरोजपुर, सारज सिंह उर्फ मिंटू स्पेशल जेल बठिंडा में और मनमोहन सिंह उर्फ मोहना मनसा जेल में था।
सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ विदेश में रहकर भी इनके संपर्क में था। जेल के सहयोगियों के साथ चर्चा करने के बाद आखिरकार शूटरों को मूसेवाला को मारने का काम सौंपा गया।