Sambhal Violence : संभल हिंसा: न्यायिक आयोग ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, जांच तेज

₹64.73
Sambhal Violence

Sambhal Violence : संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने रविवार को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। टीम ने जिलाधिकारी, एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ उन सभी स्थलों का निरीक्षण किया, जहां हिंसा और पथराव की घटनाएं हुई थीं। इस हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी और 19 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।

जामा मस्जिद से शुरू हुई जांच

आयोग की टीम सबसे पहले जामा मस्जिद पहुंची। टीम ने मस्जिद के अंदर और बाहर की स्थिति का करीब तीन मिनट तक जायजा लिया। एसपी कृष्ण विश्नोई ने आयोग को जानकारी दी कि कोर्टगर्वी से शुरू हुआ विवाद धीरे-धीरे बड़े बवाल में बदल गया। मस्जिद के पास जमा भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई।

वाहनों में आग और पुलिस पर हमला

एसपी ने बताया कि हिंसा के दौरान कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिस टीम पर हमला किया गया। आयोग ने मस्जिद के अंदर और आसपास की स्थिति का गहन निरीक्षण किया और हिंसा के मुख्य स्थानों की पहचान की।

स्थानीय निवासियों और दुकानदारों से बातचीत

आयोग ने प्रभावित क्षेत्रों में दुकानदारों और निवासियों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। दुकानदारों ने बताया कि पथराव के दौरान उन्होंने अपनी दुकानें बंद कर दी थीं और वहां से सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे। आयोग ने हिंसा के दिन की घटनाओं को विस्तार से समझने के लिए सवाल-जवाब किए।

नखासा चौराहे का निरीक्षण

जामा मस्जिद के निरीक्षण के बाद टीम नखासा चौराहा पहुंची, जहां सबसे अधिक हिंसा और पथराव हुआ था। आयोग ने वहां की स्थिति का भी बारीकी से अध्ययन किया और प्रशासन द्वारा स्थिति नियंत्रित करने के प्रयासों की जानकारी ली।

जांच रिपोर्ट दो महीने में सौंपनी है

एसपी ने आयोग को यह भी बताया कि हिंसा के दौरान किन घरों से पथराव हुआ और प्रशासन ने कैसे हालात को काबू में लाने की कोशिश की। न्यायिक आयोग को इस घटना की पूरी जांच रिपोर्ट दो महीने के भीतर सौंपनी है।

राजनीतिक माहौल गरमाया

इस घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। कांग्रेस, सपा और अन्य विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। संसद में भी इस हिंसा को लेकर हंगामा हुआ।

शनिवार को शुरू हुई जांच प्रक्रिया

इससे पहले शनिवार को आयोग के सदस्य मुरादाबाद सर्किट हाउस पहुंचे थे। वहां मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह, डीआईजी मुनिराज जी और एसएसपी सतपाल अंतिल ने उनसे मुलाकात कर घटना की जानकारी दी। रविवार को आयोग ने जामा मस्जिद और अन्य हिंसाग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया।

Tags

Share this story

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now