PM Modi Speech Highlights: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें, जानिए वो वाली बात जो आज बन गई चर्चा का विषय

₹64.73
PM Modi Speech Highlights: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें, जानिए वो वाली बात जो आज बन गई चर्चा का विषय

PM Modi Speech Highlights:  स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। 

लाल किले से पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें जानिए।

अगले साल फिर यहीं से बोलूंगा: पीएम मोदी
​2019 में प्रदर्शन के आधार पर आपने मुझे एक बार फिर आशीर्वाद दिया... अगले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा।

परिवारवाद पर PM मोदी का वार
पीएम मोदी ने कहा, 'आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए। मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो देश एक विकसित भारत होगा। मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं...लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है - भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण।'


मोदी ने कहा- थैंक्‍यू और CJI ने जोड़ लिए हाथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से भारत के सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया। पीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसलों के ऑपरेटिव पार्ट को याची की मूल भाषा में उपलब्‍ध कराना शुरू किया है। पीएम मोदी ने जब इसके लिए SC का धन्यवाद किया तो सामने बैठे सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया।


हमने भ्रष्‍टाचार के राक्षस से देश को बचाया

2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई।

PM मोदी ने लाल किले की प्राचीर से क्‍या कहा
विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति, भारत के सामर्थ्य के प्रति एक नया आकर्षण, एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ये प्रकाशपुंज भारत से उठा है, जो विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है।
मैं माताओं-बहनों, बेटियों से कहना चाहता हूं कि देश आज मेरी माताओं-बहनों के सामर्थ्य से आगे बढ़ा है। आज देश प्रगति की राह पर चल पड़ा है तो मेरे किसान भाई-बहनों का पुरुषार्थ है, यह आप ही का परिश्रम है कि देश आज कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।
जनसांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता की त्रिमूर्ति देश के सपनों को साकार करने की शक्ति रखती है। देश में अवसरों की कोई कमी नहीं है। देश में अनंत अवसर प्रदान करने की क्षमता है।
इस कालखंड में कोई भूभाग ऐसा नहीं था, कोई समय ऐसा नहीं था जब भारत के वीरों ने देश की आजादी की लौ को जलाये न रखा हो। देश की नारीशक्ति, देश के किसान, देश के मजदूर, कोई भी ऐसा नहीं था जो आजादी के सपने को लेकर जीता न हो। जनचेतना का वह व्यापक रूप, त्याग और तपस्या का वह व्यापक रूप, जन-जन के अंदर विश्वास जगाने वाला वह पल, आखिरकार 1947 में देश आजाद हुआ।
हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे, जो फैसला लेंगे, वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है।
मैं आपको विश्‍वास दिलाता हूं, मोदी का गारंटी है... आने वाले 5 साल में देश पहले तीन वैश्विक इकॉनमी में अपना जगह ले लेगा। ये पक्‍का जगह ले लेगा।
मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो देश एक विकसित भारत होगा। मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं...लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है - भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण: पीएम मोदी


मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे की साक्षी में लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को दे रहा हूं। 10 साल पहले राज्यों को 30 लाख करोड़ भारत सरकार की तरफ से ज्यादा थे, पिछले 9 साल में ये आंकड़ा 100 लाख करोड़ पर पहुंचा है। पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार से 70 हजार करोड़ जाता था आज वो 3 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले गरीबों के घर के लिए 90 हजार करोड़ रुपये खर्च होता था आज 4 लाख करोड़ रुपये खर्च होता है।

देश मणिपुर के लोगों के साथ
मेरे प्यार परिवारजन, इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए हैं। जिन परिवारों ने इस संकट को सहन किया है। मैं उन सभी के परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम करेंगे, यह विश्वास दिलाता हूं। पिछले कुछ सप्ताह नॉर्थ ईस्ट में विशेषकर मणिपुर में और हिंदुस्तान के कुछ भागों में जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। देश मणिपुर के लोगों के साथ है। शांति से समाधान का रास्ता निकलेगा। राज्य और केंद्र सरकार समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करती रहेगी। देश मणिपुर के लोगों के साथ खड़ा है... समाधान केवल शांति से ही पाया जा सकता है। केंद्र और राज्य सरकार समाधान खोजने के लिए सभी प्रयास कर रही है।

पीएम ने लालकिले से अपने भाषण की शुरुआत में कहा- मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब बहुत लोगों का अभिप्राय है कि जनसंख्या की दृष्टि से भी हम विश्व में नंबर एक पर हैं। मैं सभी भारतीयों, भारत का गौरव करने वाले कोटि-कोटि जनों को आजादी के इस महान पर्व की अनेक शुभकामनाएं देता हूं। मेरे प्यारे परिवारजन, पूज्य बापू के नेतृत्व में असहयोग का आंदोलन, सत्याग्रह, भगत सिंह-सुखदेव जैसे अनगिनत वीरों का बलिदान... उस पीढ़ी में शायद ही कोई होगा जिसने देश की आजादी में अपना योगदान न दिया हो। मैं उन्हें नमन करता हूं। इस बार जो 26 जनवरी हम मनाएंगे, वह हमारे गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ होगी।

Tags

Share this story

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now