भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता रद्द होने पर भड़के विपक्षी नेता
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यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) की सदस्यता रद्द कर दी है।
इस पर सियासत गर्मा गई है। इस पर हरियाणा से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने तीखे शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी है। दोनों ने केंद्र सरकार को इसके लिए बड़ा जिम्मेदार ठहराया है।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग द्वारा भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता रद्द किया जाना दुखद है।
हम शर्मसार हैं कि एक व्यक्ति के घमंड और कुकृत्यों के कारण हमारे पहलवानों को पोडियम पर तिरंगे व राष्ट्रगान का साया नसीब नहीं होगा। एक आरोपी को बचाने के लिए देश के लिए सर्वाधिक मेडल लाने वाले खेल की बलि चढ़ाई जा रही है।
वहीं वेस्ट बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा कि मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भारतीय कुश्ती महासंघ को निलंबित कर दिया है।
यह पूरे देश के लिए बेहद शर्मिंदगी की बात है।' केंद्र सरकार ने शर्मनाक रूप से अहंकारी होकर और हमारी पहलवान बहनों की दुर्दशा के प्रति लापरवाही बरतकर हमारे पहलवानों को निराश किया है।
इस साल की शुरुआत से ही भारतीय कुश्ती संघ अपने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं करा सका है।
इस साल की शुरुआत में कुश्ती संघ के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह शरण के खिलाफ पहलवानों ने आंदोलन किया था और उन पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे।
इन आरोपों के बाद भारतीय कुश्ती संघ में तय समय पर चुनाव नहीं हो सके। नियम के मुताबिक इन चुनावों को जून 2023 तक हो जाना चाहिए था।
हालांकि फरवरी से ही बृजभूषण को कुश्ती संघ से दूर कर दिया गया था और मई में उनका कार्यकाल भी खत्म हो गया था। लेकिन फिर कई राज्य इकाइयों ने इन चुनावों को लेकर अदालत का रुख कर लिया था।