Delhi Assembly Election: AAP ने टिकट कटे विधायकों के लिए तैयार किया खास प्लान !
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Delhi Assembly Election: आम आदमी पार्टी (AAP) दिल्ली में तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अपनी रणनीति को धार दे रही है। पार्टी ने अब तक दो सूचियां जारी की हैं, जिनमें कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों पर दांव लगाया गया है। हालांकि, जिन विधायकों के टिकट काटे गए हैं, उनके लिए पार्टी ने एक अलग योजना तैयार की है।
टिकट कटने वाले विधायक कांग्रेस की तरफ रुख कर रहे
सीलमपुर के मौजूदा विधायक अब्दुल रहमान, जिनका टिकट काटकर पार्टी ने जुबैर अहमद को मौका दिया, ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। जुबैर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मतीन अहमद के बेटे हैं और हाल ही में AAP में शामिल हुए थे।
2020 के चुनाव में अब्दुल रहमान ने 70,000 से अधिक वोट पाकर बीजेपी के उम्मीदवार को हराया था। अब तक AAP ने कुल 16 विधायकों के टिकट काटे हैं, और संभावना है कि आगामी सूचियों में यह संख्या बढ़ सकती है।
कटे टिकट पर AAP का वैकल्पिक प्लान
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जिन विधायकों के टिकट काटे गए हैं, उन्हें संगठन के विस्तार के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। पार्टी का मानना है कि इन नेताओं की वफादारी और अनुभव का फायदा राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि इन नेताओं को दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान संगठित भूमिका दी जाएगी। इसके बाद, उन्हें अन्य राज्यों में संगठन के प्रभारी बनाकर पार्टी के विस्तार के लिए नियुक्त किया जाएगा।
गुलाब सिंह और दिलीप पांडे का भी टिकट कटा
मटियाला विधायक गुलाब सिंह और तिमारपुर विधायक दिलीप पांडे का भी टिकट काटा गया है। गुलाब सिंह गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रभारी थे, जबकि दिलीप पांडे दिल्ली के संयोजक और एमसीडी इंचार्ज के तौर पर सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
नई रणनीति के पीछे मकसद
AAP की इस रणनीति का उद्देश्य न केवल दिल्ली में अपनी पकड़ मजबूत करना है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अपने संगठन का विस्तार भी करना है। पार्टी जिन नेताओं के टिकट काट रही है, उनके अनुभव और क्षमताओं का उपयोग बड़े स्तर पर करना चाहती है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि AAP की यह योजना चुनावी राजनीति और संगठन विस्तार में कितनी सफल रहती है।