लखनऊ : (Bharat9 ब्यूरो) देश में आज आपको महज 500 से 1000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ते फाइटर प्लेन नजर आएं। क्योंकि आज कोरोना के कर्मवीरों को सेना के जवान सलामी पेश का जा रही है। भारतीय सेना के तीनों अंगों के जवान कोरोना को शिकस्त देने में जुड़े हजारों डॉक्टरों, नर्सों और मेडिकल स्टाफ, सफाई कर्मी और दूसरे फ्रंटलाइन योद्धाओं के प्रति आभार प्रकट करते हुए उन पर फूलों की बारिश करेंगे। सीडीएस बिपिन रावत ने शुक्रवार को इसका ऐलान किया था। दिल्ली में भारतीय वायु सेना के चॉपर (हेलिकॉप्टर) ने पुलिस अधिकारियों के प्रति आभार और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए पुलिस युद्ध स्मारक पर फूलों की पंखुड़ियां वर्षा की। चंडीगढ़ में भारतीय वायुसेना के विमान सी-130 ने सुखना झील के ऊपर से फ्लाई पास्ट किया।
आज तीनों सेनाएं ‘कोरोना योद्धाओं’ को उनकी सेवाओं के लिए आभार प्रकट करेंगी। चंडीगढ़ में सुखना लेक पर दो आईएएफ सी-130जे सुपर हरक्यूलिस स्पेशल ऑपरेशन ट्रांसपोर्ट विमान उड़े। विमान ने श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर से उड़ान भरी और कोविड-19 योद्धाओं के प्रति आभार प्रकट करने के लिए केरल के त्रिवेंद्रम तक जाएगा। भारतीय वायु सेना ने कहा है कि बारिश के कारण फाइटर एयरक्राफ्ट ट्रेनिंग मिशन के प्रस्थान में एक घंटे की देरी होगी। अब बारिश – मौसम की स्थिति के आधार पर भारतीय वायुसेना के फाइटर्स 11 बजे तक दिल्ली एरिया के ऊपर होंगे। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में डल झील के ऊपर फ्लाई पास्ट करती भारतीय वायुसेना। आज तीनों सेनाएं ‘कोरोना योद्धाओं’ को उनकी सेवाओं के लिए आभार प्रकट करेंगी। भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि नौ फाइटर एयरक्राफ्ट जिसमें 3 सुखोई-30 एनकेआई, 3 मिग-29 और 3 जगुआर शामिल हैं। 3 सी-130जे ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के साथ मिलकर कोविड-19 वॉरियर्स के प्रति सम्मान दिखाने के लिए रविवार को दिल्ली के ऊपर उड़ान भरेंगे। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इसके कई सारे हेलिकॉप्टर भी अस्पतालों के ऊपर फूलों की बारिश करेंगे
मेडिकल सप्लाई लेकर भी जाएंगे प्लेन खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना के अधिकारियों का कहना है कि दो सी-130जे सुपर हरक्यूलिस स्पेशल ऑपरेटर्स ट्रांसपोर्ट रविवार की सुबह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से उड़ान भरेंगे और कोविड-19 के योद्धाओं के प्रति सम्मान का प्रदर्शन करने के लिए केरल में त्रिवेंद्रम तक जाएंगे। यह प्लेन उन जरूरी मेडिकल सप्लाई को भी लेकर जाएंगे, जिन्हें किसी एयरबेस पर डिलीवर किया जाना है।