अपनी मांगों को लेकर सीएम आवास का घेराव करेंगे वोकेशनल टीचर्स, जानिए क्या हैं मांगे ?
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वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन का डेलिगेशन की शिक्षा विभाग में मिला स्टेट प्रॉजेक्ट डायरेक्टर जितेंद्र कुमार से हुई मीटिंग, मांगो को लेकर कई देर हुआ मंथन
वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन ने कल सीएम आवास के घेराव को स्थगित कर 2 जुलाई को करने की घोषणा
1 जुलाई को होगी स्कूल शिक्षा विभाग की एसीएस जी अनुपमा के साथ मीटिंग, मीटिंग में शामिल होने का मिला न्यौता
चंडीगढ़, 26 जून (कमल वधावन ) : 26 जून 2024 हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कार्यरत वोकेशनल टीचर्स के न्याय आंदोलन का तीसरा दिन है आंदोलन की शुरुआत धरना स्थल पर हवन पूजा के साथ की गई इसके बाद आज वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन के डेलिगेशन की मीटिंग स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री जितेंद्र कुमार के साथ हुई जिसमें राज्य प्रधान अनूप ढिल्लो , राज्य उप प्रधान तवनीत कौर , राज्य कमेटी से ही भीमराज शर्मा , सुमनदीप कौर , जोन प्रभारी भीम सिंह बघेल व सिरसा जिला प्रधान सुरेंद्र सैनी शामिल हुए ।
इसमें वोकेशनल टीचर्स की मांग हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद में डिप्लॉयमेंट और वेतन बढ़ोतरी के लिए कई देर चर्चा हुई इसके बाद डायरेक्टर जितेंद्र कुमार ने वोकेशनल टीचर्स को अगले दौर की मीटिंग के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की एसीएस के साथ बातचीत के लिए समय दिलवाया और अब सोमवार को चंडीगढ़ में वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन के डेलिगेशन की शिक्षा विभाग की एसीएस जी अनुपमा के साथ मीटिंग होगी जिसमें उनकी मांगों पर चर्चा की जाएगी किसको देखते हुए वोकेशनल टीचर एसोसिएशन ने इसका स्वागत किया और अपने कल के सीएम आवास घेराव प्रदर्शन को स्थगित कर 2 जुलाई का रखा दिया हैं और एसोसिएशन ने प्रदेश भर के वोकेशनल टीचर्स को पंचकूला पहुंचने के लिए मना किया गया और उन्हें 2 जुलाई की तैयारी करने के लिए आदेश दिए गए राज्य प्रधान अनूप ढिल्लों ने बताया की हमारा आंदोलन लगातार जारी रहेगा हमने सिर्फ सीएम आवास के घेराव की कॉल को स्थगित किया है यह निर्णय आगे की मीटिंग को लेकर लिया गया हैं।
आज राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग हुई थी जिसमें यह फैसला लिया गया कि अब विभाग को सोमवार तक का समय ओर देते हैं तब तक विभाग हमारी मांगों पर विचार करें इसके बाद वोकेशनल टीचर एसोसिएशन आर पार की लड़ाई लड़ेगा और जब तक सभी मांगे पूरी नहीं होती तब तक पीछे नहीं हटेगा। अब सभी वोकेशनल टीचर्स का एक कैडर होना चाहिए सैलरी में भारी असमानता हैं उसको जल्द दूर किया जाएं