"नीट 2024 घोटाला एक लक्षण मात्रा है, असल बीमारी एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) है!" - AISSO अध्यक्ष Sh Satish Rathee
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15 जून को (AISSO) ने कई संघर्षरत NEET आवेदकों और उनके अभिभावकों के साथ चंडीगढ स्थित क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का अयोजन किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को AISSO प्रेसिडेंट सतीश राठी ने संबोधित किया। सम्मेलन की शुरुआत करते हुए, AISSO प्रधान महासचिव विकास मलिक ने कहा, "धर्मेंद्र प्रधान चुप क्यों हैं! हम छात्रों और अभिभावकों की शिकायतों के साथ उनके कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कार्यालय में कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।"
AISSO अध्यक्ष सतीश राठी ने कहा, "एनटीए के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार की कहानी कोई नई बात नहीं है। देश भर के छात्रों को एहसास हो गया है कि नीट 2024 में जो हुआ वह एक लक्षण मात्र है, असली बीमारी एनटीए है। NTA ने भ्रष्टाचार को संस्थाबद्ध कर दिया है।"
आइसा के प्रधान महासचिव विकास मलिक ने कहा, "हम परीक्षा में विसंगतियों के खिलाफ छात्रों का बड़े पैमाने पर आक्रोश देख रहे हैं। AISSO इस आंदोलन में पुरी तरह शामिल हैं और आने वाले 19 और 20 जून को देश भर में छात्र NEET 2024 को फिर से आयोजित करने, घोटाला की उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग तथा NTA को खत्म करने की मांगों के साथ सड़क पर उतरेंगे।"
नीट अभ्यर्थी संदीप के भाई मोहित ने कहा, "यह इतना बेतुका है कि जो NTA चेयरमैन एनटीए की भारी विफलता की जिम्मेदारी लेता है वही अब इसकी जांच का अध्यक्ष बन बैठा है। हम नीट 2024 घोटाले में स्वतंत्र उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।" नीट घोटाले की पीड़ित दीप्ति ने कहा, "यह बिल्कुल शर्मनाक है कि हमने इतना प्रयास किया और अब हमें एनटीए के भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पेपर लीक के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?" परिणाम 10 दिन पहले क्यों घोषित किया गया? हम जवाब मांगते हैं।"
AISSO ने देश भर में "री-नीट, स्क्रैप NTA, सेव एजुकेशन" अभियान चलाने का निर्णय के साथ 19- 20 जून को अखिल भारतीय छात्र प्रतिवाद में शामिल होने का आह्वान किया है।
देश भर में नीट 2024 का परीक्षा फिर से आयोजित हो! भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच हो। एनटीए को ख़त्म करो! शिक्षा बचाओ! नारों के साथ अभियान चलाया जाएगा।