INLD Rathyatra: अभय सिंह चौटाला की रथयात्रा पहुंची उकलाना, भाजपा-जजपा सरकार पर जमकर बरसे
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INLD Rathyatra: इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला द्वारा 24 फरवरी को शुरू की गई परिवर्तन पदयात्रा के दूसरे चरण में परिवर्तन रथयात्रा रविवार को हलका उकलाना के गांव नंगथला से शुरू हुई और लांधड़ी, चमारखेड़ा, दौलतपुर, उकलाना मंडी, बिठमड़ा, लितानी और ब्याणा खेड़ा गावों में पहुंची। इस दौरान युवाओं और महिलाओं ने फूल मालाओं से अभय सिंह चौटाला का भव्य स्वागत किया।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हमारे विरोधी कहते थे कि यह पदयात्रा चार दिन भी नहीं चल पाऐगी और 40 कि.मी. भी नहीं चल पाएंगे। हमने 6 महीने 11 दिन की पदयात्रा की और 4 हजार कि.मी. से अधिक की दूरी तय करते हुए 90 हलकों के 2 हजार से उपर गांव, कस्बे और शहर कवर किए थे और लोगों को देश और प्रदेश के मौजुदा हालातों से अवगत कराया।
पदयात्रा के दौरान हमने देखा कि चौ. देवीलाल के बनाए हुए हरियाणा को भाजपा-जजपा की सरकार ने गर्त में पहुंचा दिया है। हर वर्ग के लोग भाजपा-जजपा सरकार से बेहद दुखी थे। गावों में पीने का स्वच्छ पानी नहीं था, किसानों के लिए खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए नहरों में पानी नहीं था, जो सरकारी स्कूल और अस्पताल चौ. ओम प्रकाश चौटाला और ताऊ देवीलाल ने मुख्यमंत्री रहते बनवाए थे उनमें से अधिकतर स्कूलों को बंद कर दिया गया है, कहीं अस्पतालों के ताले लगे थे तो कहीं डाक्टर नहीं थे, दवाईयां नहीं थी, बच्चों के लिए खेल के मैदान नहीं थे, सडक़े बुरी तरह से टूटी पड़ी थी। किसानों की खराब हुई फसलों की गिरदावरी नहीं की गई थी और मुआवजे नहीं दिए गए थे। नरमे और कपास की खेती करने वाले किसनों की फसलों को गुलाबी सुंडी ने बर्बाद कर दिया।
आज हर वर्ग के लोग इस जनविरोधी भाजपा-जजपा सरकार को बदलना चाहता है और चौ. देवीलाल की नीतियों पर चलने वाली इनेलो पार्टी की सरकार बनाना चाहता है। जिसका भव्य सफल परिणाम ताऊ देवीलाल की जयंती पर 25 सितंबर को कैथल में हुई रैली में पूरे प्रदेश से उमड़े लाखों लोगों की हाजरी से देखने को मिला जहां लोगों के लिए जगह कम पड़ गई थी। वहीं रास्तों में लगे लंबे जाम के कारण लाखों लोग रैली स्थल पर पहुंच नहीं पाए। रैली में लाखों की संख्या में पहुंचे लोगों ने इस बात पर मुहर लगा दी थी कि आबकी बार 2024 में इंडियन नेशनल लोकदल सत्ता में आएगी।
रथयात्रा के दौरान अभय चौटाला ने लोगों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याओं के बारे में जाना। परिवर्तन पदयात्रा के दौरान भी अभय सिंह चौटाला ने लोगों से उनकी समस्याओं को जाना था और अधिकतर समस्याओं का तुरंत समाधान किया था।