INLD News: केंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर बोले अभय सिंह चौटाला, कही ये बात
₹64.73
Feb 1, 2024, 15:52 IST
INLD News: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए अंतरिम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट जनविरोधी बजट है और कुल मिलाकर बजट में कुछ नहीं है। बजट में न तो आम जनता को टैक्स में कोई राहत दी गई है, न किसानों की आय बढ़ाने की बात कही गई है, न छोटे व्यापारियों को कोई लाभ दिया गया है और न ही युवाओं को रोजगार देने की बात कही गई है। भाजपा सरकार पूरी तरह से अहंकार में डूबी हुई है और सिर्फ बड़े कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचा रही है। जबकि किसान, मजदूर, छोटा व्यापारी, कर्मचारियों समेत आम लोगों की अनदेखी कर रही है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार को बने 10 साल हो गए हैं लेकिन आज तक 2 करोड़ प्रति वर्ष सरकारी नौकरी देने, महंगाई घटाने, पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के रेट कम करने, काला धन वापिस लाने, भ्रष्टाचार खत्म करने, बुलेट ट्रेन चलाने, 100 स्मार्ट सिटी बनाने, किसानों की आय दोगुनी करने, सीमाओं की रक्षा करने जैसे मुद्दे भूल गए हैं। भाजपा सरकार देश में खुशहाली के झूठे दावे कर लोगों को भ्रमा रही है लेकिन उसके उलट आज सच्चाई यह है कि भुखमरी में भारत की हालत पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी बदतर हो चुकी है, 2014 में देश पर कुल 55 लाख करोड़ रूपए का कर्ज था जो अब 205 लाख करोड़ रूपए हो गया है, बेरोजगारी दर जो 2014 में 3.40 प्रतिशत थी वो अब 8.1 प्रतिशत हो गई है, महंगाई चरम पर पहुंच गई है, डॉलर के मुकाबले रूपया अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है, प्रति व्यक्ति आय में बंगलादेश भी भारत से आगे निकल चुका है, चीन ने भारत की 2 हजार वर्ग कि.मी. जमीन पर कब्जा कर लिया है, पड़ोसी देशों से रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं, काला धन पिछले दस सालों में तीन गुणा बढ़ गया है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार को बने 10 साल हो गए हैं लेकिन आज तक 2 करोड़ प्रति वर्ष सरकारी नौकरी देने, महंगाई घटाने, पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के रेट कम करने, काला धन वापिस लाने, भ्रष्टाचार खत्म करने, बुलेट ट्रेन चलाने, 100 स्मार्ट सिटी बनाने, किसानों की आय दोगुनी करने, सीमाओं की रक्षा करने जैसे मुद्दे भूल गए हैं। भाजपा सरकार देश में खुशहाली के झूठे दावे कर लोगों को भ्रमा रही है लेकिन उसके उलट आज सच्चाई यह है कि भुखमरी में भारत की हालत पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी बदतर हो चुकी है, 2014 में देश पर कुल 55 लाख करोड़ रूपए का कर्ज था जो अब 205 लाख करोड़ रूपए हो गया है, बेरोजगारी दर जो 2014 में 3.40 प्रतिशत थी वो अब 8.1 प्रतिशत हो गई है, महंगाई चरम पर पहुंच गई है, डॉलर के मुकाबले रूपया अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है, प्रति व्यक्ति आय में बंगलादेश भी भारत से आगे निकल चुका है, चीन ने भारत की 2 हजार वर्ग कि.मी. जमीन पर कब्जा कर लिया है, पड़ोसी देशों से रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं, काला धन पिछले दस सालों में तीन गुणा बढ़ गया है।