Haryana News Update: सामाजिक सरोकार परिवार की पढ़ाई-दवाई-कमाई रैली में बोले महंत योगी संजीव नाथ, कुछ सपने राजनीति में हिस्सेदारी किए बिना पूरे होने असंभव
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Haryana News Update: राजनीति में अच्छे लोगों की शुरु से ही जरूरत है। कितने ही लोग समाज सेवा से राजनीति में जाकर भी अच्छा नाम कमा चुके हैं। अपने इलाके, अपने आसपास के लोगों को आगे बढ़ाने की सोच रखने वालों को राजनीति में जरूर भाग्य आजमाना चाहिए। कुछ सपने ऐसे भी होते हैं, जो राजनीति का हिस्सा बने बिना पूरे ही नहीं हो सकते। इस तरह की बातें रविवार को सामाजिक सरोकार परिवार की ओर से जुलाना की नई अनाज मंडी में आयोजित पढ़ाई-दवाई-कमाई रैली में वक्ताओं ने मुख्य मंच से कही।
महंत योगी संजीव नाथ ने कहा कि यह देश की पहली ऐसी संस्था है, जिसने इतना बड़ा आयोजन बिना किसी सरकारी सहयोग के किया है। लेकिन, संस्था और इससे जुड़े लोगों की भी एक लिमिट होती है। अगर कुछ और बड़ा करना है तो फिर किसी न किसी राजनीतिक दल के साथ संस्था को जुड़ना चाहिए। शिक्षाविद् ओमप्रकाश ने कहा कि झंडा किसी भी दल का हो, लेकिन डंडा अपना होना चाहिए। वैसे भी संस्था का हर कार्यकर्ता पूरा मजबूत है और खुद का डंडा उठाने में सक्षम में है। इसलिए अब उपयुक्त समय है, जब किसी न किसी पार्टी के साथ जुड़कर आगे बढ़ें। शिक्षाविद् त्रिलोकी राम शर्मा ने कहा कि प्रदेश के कई हिस्सों से लोगों के फोन आते हैं। संस्था के कार्यों के बारे में बात करते हैं। कहते हैं कि उनके यहां भी लाइब्रेरी खुलवा दो। लेकिन, संस्था की अपनी कुछ लिमिटेशन हैं, इसलिए अगर पूरे प्रदेश में लाइब्रेरी खोलनी हैं तो फिर राजनीतिक भागीदारी जरूर करनी होगी।
शिक्षाविद् शिव नारायण शर्मा ने कहा कि इतने कम समय में सामाजिक सरोकार परिवार के पास मेहनती व कर्मठ कार्यकर्ताओं की फौज तैयार हो चुकी है। एक मैसेज या फोन कॉल पर कार्यकर्ता आधी रात को भी खड़े मिलते हैं। इन कार्यकर्ताओं की चाहत है कि वे प्रदेश के नवनिर्माण में अपना सहयोग दें। सहयोग का यह सपना सिर्फ राजनीति में हिस्सेदारी के बाद ही साकार हो सकता है। उदयवीर दूहन ने कहा कि पुस्तकालय खोलकर पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रेरित करने, आरओ प्लांट लगाकर लोगों को बीमारियों से मुक्त करने, अच्छी शिक्षा के साथ प्रतियोगी परीक्षा पास कर नौकरी लगने की दिशा में जो कदम संस्था ने उठाए हैं, वह सराहनीय हैं। लेकिन, इससे अधिक काम अब तभी संभव हो सकता है, जब संस्था की ओर से कोई राजनीति के क्षेत्र में जाए और अपने इलाके की बात विधानसभा व लोकसभा में मजबूती के साथ रखे।
ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में पहुंचे लोग
सामाजिक सरोकार परिवार संस्था की ओर से नई अनाज मंडी में आयोजित पढ़ाई-दवाई-कमाई रैली में जींद जिले के 201 गांवों से लोगों ने शिकरत की। इस दौरान महिलाएं व पुरुष अपने गांवों से ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर पहुंचे। पूरे आयोजन के लिए संस्था की ओर से अपने स्तर पर किसी भी तरह की वाहनों की व्यवस्था नहीं की गई थी। जब आयोजन के लिए निमंत्रण दिए जा रहे थे, तो लोगों ने खुद ही आगे बढ़ कर अपने स्तर पर वाहनों में आने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे संस्था के पदाधिकारियों ने स्वीकार कर लिया था।
21 हजार परिवारों की रही भागीदारी
पढ़ाई-दवाई-कमाई रैली में जुलाना और इसके आसपास के गांवों के 21 हजार परिवारों की भागीदारी रही। इन परिवारों को संस्था के कार्यकर्ताओं ने निमंत्रण दिया था। निमंत्रण देने के दौरान हर परिवार से आयोजन को सफल बनाने के लिए सहयोग राशि भी ली थी, जिसे लोगों ने स्वेच्छा से दान देते हुए खुद के पहुंचने का वायदा किया। यही वायदा रविवार को जुलाना की नई अनाज मंडी में लोग निभाते हुए भी नजर आए।