Haryana News Update: ग्रुप सी की भर्ती प्रक्रिया पोर्टल में खामी पर बोले इनेलो अभय सिंह चौटाला, ऑनलाइन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पर भी उठाये सवाल
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Haryana News Update: लगभग 12 हजार आवेदक ऐसे हैं जिनके 70 से 80 नंबर आए हैं और पूरी तरह से योग्य हैं लेकिन उनका डाटा एचएसएससी के रिकॉर्ड से गायब है जिसके कारण उनका जानबूझकर चयन नहीं किया गया है ऐसा पहली बार हो रहा है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑनलाइन की गई है जबकि आवेदकों की मांग है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑफ लाइन की जाए ।
चयन प्रक्रिया को दोबारा से करने की मांग को लेकर पिछले दो दिनों से भूखे प्यासे इस कड़ाके की ठंड में एचएसएससी के दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस गूंगी बहरी बीजेपी-जेजेपी सरकार में उनकी सुनने वाला कोई नहीं है ।
इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने एचएसएससी द्वारा जारी किए गए ग्रुप सी के रिजल्ट में भारी धांधली के आरोप लगाते हुए कहा कि आने वाले चुनावों में झूठा फायदा लेने के लिए यह रिजल्ट जारी किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लगभग 12 हजार आवेदक ऐसे हैं जिनके कटऑफ से 20 से 30 नंबर अधिक हैं, यानी 70 से 80 नंबर आए हैं और वैध डॉक्यूमेंट अपलोड किए हैं लेकिन उनका डाटा एचएसएससी के रिकॉर्ड से गायब है जिसके कारण उनका जानबूझकर चयन नहीं किया गया है। जबकि कट ऑफ 50 नंबर का था और 50 नंबर वालों का चयन कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जारी किए गए रिजल्ट को लेकर ग्रुप सी की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने भी भर्ती प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। भर्ती में योग्य आवेदकों के चयन न करने पर प्रदेश के युवाओं में भारी रोष है। ग्रुप सी की भर्ती प्रक्रिया में पोर्टल में जानबूझ कर खामियां रखी गई हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑनलाइन की गई है जबकि आवेदकों की मांग है कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑफ लाइन की जाए जिसे एचएसएससी ने अभी तक स्वीकार नहीं किया है।
ग्रुप सी की परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों ने भी चयन प्रक्रिया में धांधली करने के आरोप लगाए हैं और चयन प्रक्रिया को दोबारा से करने की मांग को लेकर पिछले दो दिनों से भूखे प्यासे इस कड़ाके की ठंड में एचएसएससी के दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इस गूंगी बहरी बीजेपी-जेजेपी सरकार में उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।