Haryana News: हरियाणा में रेस्क्यू टीम पर बाघ का हमला, तलाश कर रही है दो राज्यों की टीम

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हरियाणा में 60 घंटे बाद बाघ की पहली तस्वीर आई:रेवाड़ी में रेस्क्यू टीम पर हमला किया; राजस्थान से भटककर यहां पहुंचा
 

Haryana News:हरियाणा के रेवाड़ी में 60 घंटे से ज्यादा समय से घुसे बाघ (टाइगर) ने वन्य विभाग की टीम पर हमला कर दिया। धर्म सिंह और हीरा लाल नाम के कर्मचारियों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

अब बाघ पहली बार कैमरे में नजर आया है। अभी तक टीमें उसके पैरों के निशान से ही तलाश रहीं थी। पुख्ता लोकेशन मिलने के बाद अब आसपास पिंजरे लगा दिए गए हैं।

बाघ के हमले में जख्मी हुए रेस्क्यू कर्मचारी।

राजस्थान के सरिस्का स्थित जंगलों से भटक कर हरियाणा की सीमा में दाखिल हुए बाघ ने 4 दिन पहले खुशखेड़ा गांव में खेतों में काम कर रहे 75 साल के किसान रघुवीर पर हमला कर दिया था।

इसके बाद से लगातार राजस्थान-हरियाणा की वन्य विभाग की टीम बाघ की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाए हुए है। रविवार को भटसाना गांव में बाघ की लोकेशन ट्रैक होने के बाद सरिस्का वन्य विभाग की टीम उसे पकड़ने के लिए पहुंची थी।

टाइगर के हमले घायल हुए हीरा लाल की बाजू में बंधी पट्‌टी।

कर्मचारी बोला- सरसों के खेत में छिपा
घायल कर्मचारी हीरा लाल ने बताया कि हम पिछले 3 दिनों से टाइगर की लोकेशन ट्रैक करने में लगे हुए थे। रविवार सुबह पता चला कि टाइगर भटसाना गांव के खेतों में छिपा हुआ है।

सरसों के खेत में जैसे ही टाइगर को पकड़ने के लिए रेस्क्यू किया तो अचानक टाइगर ने हम पर हमला कर दिया। टाइगर ने उसकी बाजू पर अटैक किया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

रेवाड़ी में टाइगर का रेस्क्यू करने के लिए पहुंचे वन विभाग के अधिकारी।

पगमार्क देखते हुए पहुंची टीम
बता दें कि रेवाड़ी के गांव खरखड़ा, भटसाना, ततारपुर खालसा 3 गांव में टाइगर की लोकेशन लगातार ट्रैक हो रही थी। रविवार सुबह एक बार फिर भटसाना के सरसों के खेत के पास टाइगर के पगमार्क दिखे।

जिसके बाद वन विभाग की टीम के सदस्य उसे पकड़ने के लिए पगमार्क को देखते हुए खेत के पास पहुंचे तो सरसों में छिपकर बैठे टाइगर ने अटैक कर दिया।

टाइगर ने 17 जनवरी को खुशखेड़ा इलाके में खेत में काम कर रहे कियान रघुवीर पर हमला कर घायल कर दिया था।

राजस्थान से सटे इलाके में घूम रहा बाघ
पिछले 3 माह से मेल बाघ (टाइगर) ST-2303 राजस्थान के अलवर जिले में पड़ने वाले वन मंडल रेंज किशनगढ़ बास अधीन वनखंड संध ईस्माईलपुर व समीपवर्ती क्षेत्र में घूम रहा था।

जिसकी वन विभाग की टीम द्वारा ट्रैकिंग की जा रही थी। 17 जनवरी को सुबह से बाघ वन क्षेत्र से निकलकर खेतों के रास्ते उत्तर दिशा की ओर मूवमेंट कर गया। बाघ के पैरों के निशान पहले कोटकासिम में ग्राम बसई वीरथल में पाए गए।

इसके बाद वह खुशखेड़ा में पहुंचा, जहां उसने खेत में काम कर रहे बुजुर्ग किसान रघुवीर पर हमला कर घायल कर दिया। इसके बाद उसकी मूवमेंट रेवाड़ी के गांव भटसाना में देखी गई।

यहां उसके पैरों के निशान मिलने पर रेवाड़ी वन विभाग की टीम एक्टिव हुई। वाइल्ड लाइफ की टीमों के अलावा वन विभाग की टीमें बाघ का रेस्क्यू करने में जुटी हैं।

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