Haryana News: धन्ना भगत जयंती समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कांग्रेस पर जमकर बरसे

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Haryana News: धन्ना भगत जयंती समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कांग्रेस पर जमकर बरसे 

Haryana News: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि कांग्रेस मुस्लिम समाज को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल कर उन्हें आरक्षण देने का षड्यंत्र रच रही है भाजपा इस काम को होने नहीं देगी। पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को जैसे का तैसा बनाए रखा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया है कि धर्म के आधार पर मुस्लिम धर्म के लोगों को आरक्षण नहीं दिया जाएगा इनमें अगर कोई गरीब है तो उसे किसी अन्य कैटेगरी में आरक्षण दिया जा सकता है। वह आज धन्ना भगत के जयंती समारोह में बोल रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस 1970 से गरीबी हटाने के नाम पर राजनीति कर रही है लेकिन गरीबी हटाना नहीं चाहती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के लिए बहुत कुछ किया है उनके लिए मकान बनाया, मकान में शौचालय बनाया, मकान में पानी का कनेक्शन दिया, बिजली दी, गैस दी और राशन भी देने का काम किया। गरीब लोगों को इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड दिया। और अब 70 वर्ष से अधिक आयु के हर व्यक्ति को आयुष्मान कार्ड देने का फैसला किया है। 

कांग्रेस के गरीबी हटाओ नारे को कहानी से जोड़ा 
कांग्रेस के गरीबी हटाओ नारे को लेकर उन्होंने एक कहानी भी बताई,उन्होंने कहा कि एक शहजादा था। एक बार उसने फैसला किया कि सभी कैदियों को छोड़ दो। जब सभी कैदियों को छोड़ा जा रहा था तो एक बुजुर्ग के पास जाकर वह पूछने लगे,आपको कब गिरफ्तार किया गया था। बुजुर्ग ने बताया कि उसे शहजादे के अब्बू जान के कार्यकाल में गिरफ्तार किया गया था तो शहजादा बोला-यह बाप दादा की निशानी है, इन्हे जेल में ही रखो। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों का नारा कांग्रेस के युवराज के पूर्वजों की निशानी है और इसे यह खत्म नहीं करेंगे। 

मोदी शासनकाल में हर क्षेत्र में जबरदस्त विकास 
कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में वादे यह सोचकर किए हैं कि राज तो तुम्हारा आना नहीं है,तो फिर कुछ भी वादा कर लो क्या फर्क पड़ेगा? पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के शासनकाल में हर क्षेत्र में जबरदस्त विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि धारा 370 खत्म करने का काम केवल भाजपा कर सकती थी। पूर्वोत्तर के राज्य अलग होने की बात करते रहते थे लेकिन भाजपा ने पूर्वोत्तर के राज्यों से पहले आतंकवाद और खत्म किया और आज यह सभी राज्य राष्ट्र की मुख्य धारा में शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रयासों से देश की एकता और अखंडता मजबूत हुई है।

जातिवाद से ऊपर,महापुरुषों के आदर्शों पर चलते हुए लोगों को एकजुट करने का काम कर रही है भाजपा 
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्सर इस बात का जिक्र किया जाता है कि भाजपा संतों की जयंती क्यों मानती है? यह राजनीति का तरीका नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीतिक धर्म में जितना भौतिक विकास महत्वपूर्ण है उतना ही मनुष्य निर्माण भी जरूरी है। उन्होंने कहा की संत वास्तव में तीर्थ होते हैं और उनके जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वह हमें जीवन जीने का तरीका सीखाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जातियों में पाठ कर वोट बैंक बनाने का काम किया लेकिन बीजेपी जातिवाद से ऊपर उठकर महापुरुषों के आदर्शों पर चलकर लोगों को एकजुट करने का काम कर रही है। उन्होंने इस बात पर गर्व महसूस किया कि भाजपा धर्म संस्कार और संत की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को संतो के बारे में ज्ञान करवाना बहुत जरूरी है।
धन्ना भगत की गाय चराते थे भगवान श्री कृष्ण : सुभाष बराला 
इस पूरे कार्यक्रम की कमान संभालने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने धन्ना भगत की चर्चा करते हुए कहा कि भक्ति काल में गुरु रामानंद ने सामाजिक बुराइयों को खत्म करने और समाज को जागृत करने का काम किया। उनके अनेक शिष्य हुए जिनमें गुरु रविदास, संत शिरोमणि धन्ना भगत, संत कबीर दास और मीराबाई शामिल थी। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जब धन्ना भगत का जन्म हुआ तो वह छोटी उम्र में ही गांव में जब भी कोई संत आता था तो उसे अपने घर ले जाते थे ताकि उसे भोजन करा सकें। एक बार वह खेत में बिजाई करने के लिए जा रहे थे रास्ते में उन्हें संत मिल गए और जो बीज वह बिजाई के काम में लेने वाले थे उसे प्रसाद के रूप में संतों को खिला दिया। बिना बीज के उनके खेतों में फसल लहलहाने लगी। यह उनकी भक्ति का परिणाम था। गुरु ग्रंथ साहिब में भी धन्ना भगत का जिक्र है। ‌उनकी वाणी सिख समाज भी पढ़ता है। उन्होंने कहा कि देश के गुलामी के समय में समाज से कुरीतियों को खत्म करने में जिन संत महात्माओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है उनमें धन्ना भगत का नाम भी इसी आदर के साथ लिया जाता है,जिस आदर के साथ दूसरे संतों का नाम लिया जाता है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का इस बात के लिए आभार व्यक्त किया कि जब सभी राजनीतिक दलों ने धन्ना भगत को भुला दिया तो उन्होंने संतों की जयंती सरकारी स्तर पर मनाने की कड़ी में धरना भगत की जयंती भी सरकारी स्तर पर मनाने का फैसला किया।
भाजपा ने गरीबों का हक गरीबों के घर तक पहुंचाया : बडोली 
सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार एवं राई से विधायक मोहनलाल बडोली ने कहा कि भाजपा ने गरीबों का हक गरीबों का घर तक पहुंचाने का काम किया और यह कार्य सफेद वस्त्रों में संत की भूमिका निभाने वाले मनोहर लाल के प्रयासों से पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल की पहली ऐसी सरकार थी,जिसने संतों की जयंती सरकारी स्तर पर मनाने की परंपरा को शुरू किया और इस परंपरा से समाज के लोगों को न केवल संतों के बारे में जानकारी हासिल होगी बल्कि उन्हें उनके जीवन से शिक्षा भी मिलेगी।
यह थे उपस्थित 
इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद कृष्णा पवार, हरियाणा के वित्त मंत्री जेपी दलाल, जींद के विधायक कृष्ण मिढ़ा, पूर्व विधायक जसवीर देशवाल, कलीराम पटवारी, पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य, हरियाणा सरकार में चेयरमैन कर्मवीर सैनी, भाजपा के जिला अध्यक्ष राजू मोर,प्रदेश प्रवक्ता राजवीर रोहिल्ला, तेजवीर कुंडू, डॉ राज सैनी,भुरायण गांव के सरपंच जोगेंद्र,अनेक खापों और तपों के प्रधान मौजूद थे। 

लोगों में दिखाई दिया उत्साह 
भाजपा द्वारा आयोजित धन्ना भगत जयंती समारोह में लोगों में अच्छा खासा उत्साह दिखाई दिया। लोगों में उत्साह इस कदर था कि मंच पर भाषण के दौरान लोग जमकर नारे लगा रहे थे और लोगों का उत्साह बढ़ा रहे थे। कार्यक्रम में खापों और तपों का आना भी इस बात का सूचक था कि प्रदेश का राजनीतिक माहौल पूरी तरह से बदल रहा है। प्रदेश की राजनीति में खापों और तपों की भूमिका को कमतर करके नहीं आंका जा सकता। उनकी भूमिका पहले भी राजनीति में रहती थी और आगे भी रहेगी और मंच पर एक दर्जन से ज्यादा इस प्रकार के संगठनों की उपस्थिति इस बात की गवाही दे रही थी कि जैसा अब तक कहा जाता रहा है कि जाट वोट बैंक में भाजपा की पकड़ नहीं है,वह गलत है। यह केवल कांग्रेस का दुष्प्रचार है इसके अलावा कुछ भी नहीं। समाज के लोग भाजपा के साथ जुड़े हुए हैं और धन्ना भगत की जयंती समारोह ने उनके दिलों में भाजपा के प्रति एक विशेष प्रेम पैदा किया है कि उनके समाज के संत को किसी अन्य राजनीतिक दल ने कोई महत्व नहीं दिया और उन्हें केवल वोट बैंक बना कर रखा लेकिन भाजपा ने उनके संत को सम्मान दिया। उसकी जयंती मनाने का काम किया।

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