Haryana News: हरियाणा में पटवारियों की हड़ताल से सारा काम हुआ ठप, आम आदमी हुआ परेशान
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पूरे प्रदेश में पटवारी और कानूनगो पिछले एक सप्ताह से हड़ताल पर हैं। हड़ताल से मुख्यालय से लेकर तहसीलों तक लोगों के काम ठप हो गए हैं। आलम यह है कि प्रदेश के 14 जिलों में 1678 से ज्यादा जमानत अटक गई है। इसके अलावा 17033 रजिस्ट्री भी अटक गईं। प्रदेश के 14 जिलों के 1 लाख 44 हजार फाइलें लंबित हैं।
कानूनगो एसोसिएशन ने दो दिन हड़ताल बढ़ाने का किया फैसला
प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत पटवारियों व कानूनगो की हड़ताल दो दिन और बढ़ने से परेशानियों का दौर अभी खत्म नहीं होगा। बुधवार को पटवारी और कानूनगो एसोसिएशन ने प्रदेशव्यापी हड़ताल दो दिन यानि 12 जनवरी तक बढ़ाने का फैसला लिया। एक तरफ हड़ताल और धरने के रूप में उनका विरोध जारी है तो ऐसे हालात में व्यापक स्तर पर परेशानी हो रही है।
आय-विवाह-आवासीय और जमीन जायदाद के प्रमाणपत्र लंबित
आय, विवाह, आवासीय, विभिन्न प्रकार के जाति और जमीन जायदाद के प्रमाणपत्र लंबित हैं। हर दिन प्रमाण पत्र बनने की उम्मीद से लोग पटवारखाने पर आते हैं और यहां कार्यालय पर ताला लटका देख बैरंग लौट जाते। करनाल में पटवारियों व कानूनगो की हड़ताल के चलते तहसीलों में फिलहाल केवल उन लोगों की ही रजिस्ट्री हो पा रही हैं, जिन्होंने बीती 31 दिसंबर तक जमाबंदी करवा ली थी।
14 जिलों में करीब 1678 जमानतों का काम भी विरोध
प्रदेश भर में अलग-अलग कार्यो पर पटवारियों और कानूनगो की हड़ताल का व्यापक प्रभाव दिखने लगा है। न्यायिक प्रक्रिया में रिहाई और जमानत के कार्य पटवारियों के पास आते हैं लेकिन कार्य भी नहीं हो पा रहा। प्रदेश के 14 जिलों में करीब 1678 जमानतों का काम भी विरोध की वजह से अटका हुआ है।
सिरसा में तीन हजार रजिस्ट्रियां, 4500 जमाबंदी के नक्शे, 3000 इंतकाल, 1800 डोमिसाइल, 350 लोन के लिए फाइल के काम नहीं हो पा रहे। इसी तरह कैथल में आठ दिन में एक हजार रजिस्ट्रियां और जमानत को लेकर 200 लोग प्रभावित हैं।
इन जिलों में लोग बेहाल झज्जर में 114 पटवारी व 18 कानूनगों कार्यरत हैं। सभी हड़ताल पर हैं। करीब 2 करोड़ के आसपास का राजस्व को रोजाना नुकसान हो रहा है। 150 के आसपास रोजाना रजिस्ट्रियां होती हैं। इसी तरह करनाल में 4041 रजिस्ट्री, 1842 अन्य प्रमाणपत्र भी लंबित हैं।