Haryana News: हरियाणा के राज्य मंत्री संदीप सिंह पर लगातार हो रहे बड़े खुलासे, चार्जशीट में कोच से रिलेशनशिप के कई गवाह
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Haryana News: हरियाणा के राज्य मंत्री संदीप सिंह के मामले में चंडीगढ़ पुलिस की ओर से दायर चार्जशीट में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। अब चार्जशीट में मंत्री संदीप सिंह के एक क्लोजफ्रेंड गुरजिंदर सिंह का नाम भी सामने आया है।
बताया जा रहा है कि इस दोस्त की महिला कोच से चैटिंग होने पर मंत्री नाराज हो गए थे। ये मंत्री के कोच के साथ क्लोज रिलेशनशिप को पुख्ता करता है। इसके अलावा चार्जशीट में और भी गवाह हैं, जिन्होंने मंत्री और कोच के रिलेशनशिप की पुष्टि की है।
हालांकि जांच के दौरान मंत्री संदीप सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। जबकि कोच और मंत्री के मोबाइल फोन की सीएफएसएल रिपोर्ट यह पुष्टि करती है कि दोनों एक दूसरे के साथ लगातार टच में थे। हरियाणा के तत्कालीन खेल निदेशक पंकज नैन के मुताबिक संदीपसिंह पीड़िता में असामान्य दिलचस्पी ले रहे थे। कोच ने तीन बार संदीप सिंह को लेकरशिकायत की थी।
वहीं चार्जशीट में हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के बयानों के मुताबिक कोच सीन ऑफ क्राइम (मंत्री की कोठी) पर सिर्फ 15 मिनट ही रुकी थी, जबकि उबर से प्राप्त जानकारी में पीड़िता की मंत्री की कोठी में ठहरने की अवधि स्पष्ट हो गई थी।
इसके मुताबिक वह क्राइम सीन पर एक घंटे से ज्यादा समय तक मौजूद रही थी। पुलिस द्वारा क्राइम सीन का विजिट करने के दौरान पीड़िता ने संदीप सिंह के ऑफिस, उसके साथ जुड़े कमरे, बैडरुम और इससे जुड़े रास्ते की भी पहचान की थी।
चार्जशीट में यह भी बात सामने आई है कि कोच 28 दिसंबर 2022 को मंत्री के सरकारी आवास गई थी, ताकि उसका ट्रांसफर पंचकूला वापस हो जाए, लेकिन मंत्री ने इससे साफ इंकार कर दिया।
इसके बाद कोच की ओर से हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से संपर्क किया तो मंत्री डर गया। मंत्री ने कोच को फोन कर कहा कि उसकी पोस्टिंग पंचकूला हो जाएगी, लेकिन इस मामले में ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
वहीं मामले में कई गवाहों ने पीड़िता के उन बयानों का समर्थन किया है जिन्हें घटना के बाद पीड़िता ने संदीप सिंह की ओर से यौन शोषण करने की घटना के बारे बताया था। चैट में यह भी सामने आया है कि संदीप सिंह ने पीड़िता को सरकार की OSP पॉलिसी के तहत नियुक्ति में सहायता करने का ऑफर दिया था।
वहीं जांच में सामने आया है कि पीड़िता की जूनियर कोच की नियुक्ति में अनुचित देरी की गई। सीएफएसएल रिपोर्ट में कोच के मोबाइल फोन की जांच से पता चला है कि मंत्री और पीड़िता दोनों आपस में नियमित रूप से संपर्क में थे और उनका रिश्ता प्रोफेशनल बातचीत से आगे था। हालांकि संदीप सिंह ने इससे इंकार किया था।