हरियाणा के लौह पुरुष चौधरी ओम प्रकाश चौटाला: संघर्ष, सफलता और समर्पण की गाथा

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हरियाणा के लौह पुरुष चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का जीवन परिचय और योगदान

1. जीवन की शुरुआत और पारिवारिक पृष्ठभूमि
चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हरियाणा के चौटाला गांव में हुआ। वे हरियाणा के पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के सबसे बड़े बेटे थे। उनकी धर्मपत्नी स्नेह लता का 2019 में निधन हो गया। उनके परिवार में तीन बेटियां और दो बेटे हैं।

2. मुख्यमंत्री के रूप में पांच बार कार्यकाल
चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में पांच बार प्रदेश का नेतृत्व किया:

2 दिसंबर 1989 से 22 मई 1990

12 जुलाई 1990 से 16 जुलाई 1990

22 मार्च 1991 से 5 अप्रैल 1991

24 जुलाई 1999 से 2 मार्च 2000

2 मार्च 2000 से फरवरी 2005


उनके नेतृत्व में हरियाणा ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल कीं। 2000-2005 का दौर हरियाणा के विकास के स्वर्णिम युग के रूप में जाना जाता है, जब राज्य "सरप्लस स्टेट" बन गया था।

3. शिक्षा और जेल में संघर्ष का प्रेरक उदाहरण
2013 में एक साजिश के तहत उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई। जेल में रहते हुए भी उन्होंने हार नहीं मानी और 2021 में 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की। इस प्रेरक घटना पर आधारित फिल्म "दसवीं" बनाई गई, जिसमें अभिषेक बच्चन ने उनकी भूमिका निभाई।

4. हरियाणा के विकास में ऐतिहासिक योगदान
चौ. ओम प्रकाश चौटाला ने हरियाणा को औद्योगिक और आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनके मुख्यमंत्री रहते मारुति सुजुकी और होंडा जैसी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने हरियाणा में अपने उद्योग स्थापित किए। गुरुग्राम को साइबर सिटी बनाने का श्रेय भी उन्हें जाता है।

5. राजनीतिक सफर और संगठन कौशल
चौधरी साहब ने अपने पिता चौधरी देवीलाल के पदचिन्हों पर चलते हुए भारतीय राजनीति में गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) का गठन कर इसे हरियाणा की प्रमुख पार्टी बनाया। उनकी संगठन क्षमता इतनी मजबूत थी कि विपक्षी पार्टियां भी इसे मानती थीं।

6. बहुभाषाविद और जनसेवा का संकल्प
चौ. ओम प्रकाश चौटाला हिन्दी, पंजाबी, संस्कृत और उर्दू के ज्ञाता थे। वे हमेशा जनहित और न्याय के पक्षधर रहे। उन्होंने कभी जाति या वर्ग के आधार पर राजनीति नहीं की और सभी वर्गों को समान प्रतिनिधित्व दिया।

7. हरियाणा की राजनीति के 'लोह पुरुष'
चौ. ओम प्रकाश चौटाला एक सख्त प्रशासक के रूप में जाने जाते थे। उनके कार्यकाल में प्रशासनिक अनुशासन इतना सशक्त था कि ब्यूरोक्रेसी 24 घंटे सक्रिय रहती थी।

8. संघर्षमय जीवन और जनता से जुड़ाव
एक मुख्यमंत्री के बेटे होने के बावजूद चौ. ओम प्रकाश चौटाला का जीवन संघर्षमय रहा। उन्होंने जमीन से जुड़े नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई और हमेशा हरियाणा की जनता के लिए समर्पित रहे।

चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का जीवन और योगदान हरियाणा और भारतीय राजनीति के लिए प्रेरणादायक हैं। उनका व्यक्तित्व और कृतित्व उन्हें सदैव एक विकास पुरुष और सच्चे जननेता के रूप में यादगार बनाए रखेगा।

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