BirthDay Girl Special: जानिए लीजेंड्री एक्ट्रेस रेखा के जन्मदिन पर उनसे जुड़े कुछ खास किस्से, फिल्मों में काम नही तो क्या करना चाहती थी जिन्दगी में रेखा

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BirthDay Girl: जानिए लीजेंड्री एक्ट्रेस रेखा के जन्मदिन पर उनसे जुड़े कुछ खास किस्से, फिल्मों में काम नही तो क्या करना चाहती जिन्दगी में रेखा

BirthDay Girl: लीजेंड्री एक्ट्रेस रेखा का आज 69वां बर्थडे है। यूं तो बॉलीवुड के हर सितारे की अपनी कहानी है, लेकिन रेखा वो किरदार हैं, जिनकी जिंदगी का हर अफसाना लोग सुनना चाहते हैं। रेखा के इस अफसाने की शुरुआत उनके बचपन से करते हैं।

रेखा का जन्म साउथ एक्टर जेमिनी गणेशन और एक्ट्रेस पुष्पावली के घर हुआ था। पुष्पावली जेमिनी की पत्नी नहीं थीं। दरअसल, जब दोनों के रिश्ते की शुरुआत हुई थी, तब जेमिनी पहले से शादीशुदा थे। वहीं पुष्पावली ने भी अपने पति को तलाक नहीं दिया था। ऐसे में उनका शादी करना मान्य नहीं था।

जेमिनी ने पुष्पावली को सब कुछ दिया, लेकिन अपना नाम नहीं दे पाए। यही कारण रहा कि जब रेखा का जन्म हुआ तो उन्हें जेमिनी और पुष्पावली की नाजायज बेटी कहा गया। नतीजतन रेखा का बचपन पिता के प्यार के बिना गुजरा। रेखा की स्कूलिंग मद्रास के प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल में हुई, वहीं जहां जेमिनी गणेशन और उनकी पहली पत्नी के बच्चे पढ़ते थे। जेमिनी रोज अपने बच्चों को लेने जाते, लेकिन वो रेखा को नजरअंदाज कर देते थे।

ये तस्वीर रेखा के बचपन की है।

इसी बीच जेमिनी का अफेयर को-स्टार सावित्री के साथ शुरू हो गया। दोनों ने गुपचुप शादी भी कर ली। इस खबर से पुष्पावली टूट गईं। उन्होंने जेमिनी के साथ अपने सारे रिश्ते तोड़ दिए। परिवार की जिम्मेदारियां उन्हीं के कंधों पर आ गईं।

इस वक्त 14 साल की रेखा को परिवार की स्थिति समझ में आ रही थी। मां के कहने पर उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। हालांकि वो इस फील्ड में नहीं आना चाहती थीं, लेकिन परिवार की मजबूरी उन्हें खींच लाई। उनका रुझान डांस और स्पोर्ट्स की तरफ था। वहीं वो अपना फ्यूचर एयरहोस्टेस के रूप में देख रही थीं।

बीबीसी को दिए इंटरव्यू में रेखा ने कहा था- मैं अपनी मर्जी से नहीं बल्कि मार खाकर फिल्मों में आई हूं।

From Umrao Jaan to Mr. Natwarlal, here are some best performances of Rekha

रेखा के फिल्मी सफर की शुरुआत अच्छी नहीं थी। साउथ इंडस्ट्री में उन्हें काम पाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। सच्चाई ये थी कि वो जेमिनी गणेशन की बेटी थीं। पिता का साया उन पर होता तो फिल्मों में काम आसानी से मिल जाता। जेमिनी सिर्फ एक्टर ही नहीं बल्कि बिजनेसमैन भी थे। इंडस्ट्री में उनका रुतबा बहुत था, उनके एक इशारे पर सारी चीजें हो जाती थीं।

वहीं जेमिनी सरनेम का इस्तेमाल करना भी रेखा के लिए सिर्फ मुसीबत था। कई प्रोड्यूसर-डायरेक्टर जेमिनी के डर से उन्हें फिल्म ऑफर नहीं कर रहे थे।

दूसरी तरफ रेखा अपने लुक की वजह से भी रिजेक्शन झेल रही थीं। उनका सांवला रंग, अधिक वजन और टॉम बॉय लुक भी काम पाने में रुकावट बन जाता था। हालांकि कुछ समय बाद रेखा को फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिलने लगे थे, लेकिन मां का सपना था कि रेखा अपने पिता के जैसे फिल्मी पर्दे पर राज करें।

इसी उथल-पुथल के बीच फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर कुलजीत पाल मसीहा बन कर आए। अपनी फिल्म दो शिकारी के लिए उन्हें एक नए चेहरे की तलाश थी। उसी खोज में वो मद्रास आए थे। यहां पर एक फिल्म के सेट पर उनकी नजर रेखा पर पड़ी। रेखा के नयन नक्श उन्हें काफी पसंद आए। अगले दिन वो रेखा के घर पहुंचे और फिल्म का ऑफर दे दिया। पुष्पावली ने इस ऑफर पर बिना सोचे ही सहमति जता दी और रेखा को लेकर सपनों की नगरी मुंबई आ गईं।

रेखा के लिए ये शहर किसी जंगल की तरह था। उनका यहां दम घुटता था। जब वो बाॅलीवुड इंडस्ट्री में आईं तो यहां लोग उनके दबे रंग का मजाक बनाते थे। उस दौर की टाॅप एक्ट्रेस से उनका कंपैरिजन किया जाता था। लोगों का कहना था कि ये क्या एक्ट्रेस बनेगी।

हालांकि बाद में रेखा ने इन बातों को पॉजिटिव तरीके से लिया और खुद पर काम करना शुरू किया। रेखा ने अपनी ड्रेस सेंस, मेकअप और वेट कम करने पर ध्यान देना शुरू किया और 3 महीने तक हिंदी बोलने पर काम किया।

फिल्म दो शिकारी से जुड़ा एक ये भी किस्सा है कि इस फिल्म के एक्टर बिस्वजीत के साथ रेखा का किसिंग सीन शूट किया गया था। डायरेक्टर का कहना था कि इस सीन की शूटिंग पर रेखा की पूरी सहमति थी, लेकिन ऐसा नहीं था। रेखा को पता भी नहीं था कि ऐसा कोई सीन भी है। जब शूटिंग शुरू हुई तो बिस्वजीत ने तो उनके साथ ये शाॅट दे दिया, पर रेखा इससे दंग रह गईं। उन्होंने आंख बंद किए शाॅट तो दे दिया, लेकिन वो बहुत रोईं। हालांकि उन्होंने इसका विरोध नहीं किया। उन्हें डर था कि कहीं फिल्म से निकाल ना दिया जाए।

इस किसिंग सीन के कारण फिल्म पर सेंसर लग गया। इस वजह से ये फिल्म 1979 में रिलीज हुई। इस तरह रेखा की पहली रिलीज फिल्म सावन भादौ रही।

अमिताभ बच्चन से पहले रेखा का नाम एक्टर किरण कुमार और विनोद मेहरा के साथ जुड़ा था। मगर दोनों से उनका रिश्ता खत्म हो गया। दरअसल, दोनों के घरवाले नहीं चाहते थे कि रेखा उनके घर की बहू बनें। उनका कहना था कि रेखा एक तो नाजायज संतान हैं और दूसरा वो मीडिया के सामने बोलने से पहले कुछ सोचती नहीं।

रेखा के इसी बेबाकपन ने उन्हें अपनों से दूर कर दिया। हालांकि कुछ समय बाद वो बेबाक बयान देने से बचने लगी थीं। रेखा और अमिताभ बच्चन की लव स्टोरी लगभग सभी जानते हैं कि कैसे फिल्म दो अंजाने के सेट से दोनों की लव स्टोरी की शुरुआत हुई। इसी कारण वो लाइमलाइट में भी रहे। उनका ये रिश्ता जया के एक बयान पर खत्म हो गया। जया ने रेखा से कहा था कि वो अपने पति अमिताभ को कभी नहीं छोड़ेंगी। जया का ये विश्वास देख रेखा ने अपने कदम पीछे कर लिए और हमेशा के लिए अमिताभ से अलग हो गईं।


कम लोग ये बात जानते हैं कि अमिताभ के साथ रिश्ते से पहले रेखा और जया बहुत अच्छी दोस्त थीं। रेखा और जया ने अपने करियर की शुरुआत लगभग एक ही समय पर की थी। बस दोनों में ये फर्क था कि जया अपनी प्रोफेशनल लाइफ से चर्चा में रहीं और रेखा पर्सनल लाइफ की वजह से। कुछ फिल्में हिट हो जाने के बाद रेखा ने 1972 में जुहू के पास एक अपार्टमेंट में एक फ्लैट खरीदा था। उसी बिल्डिंग में जया भी रहती थीं।

एक ही जगह रहने पर कुछ समय बाद दोनों के बीच बहुत अच्छी बॉन्डिंग हो गई थी। रेखा प्यार से जया को बड़ी दीदी कहकर बुलाती थीं। जब जया और अमिताभ के रिश्ते की शुरुआत हुई थी, तब जया ने एक दिन रेखा को बिग बी से मिलवाया था। ये बहुत छोटी मुलाकात थी। रेखा ने बिग बी पर कुछ खास ध्यान भी नहीं दिया था।

इधर कुछ समय बाद जया और अमिताभ बच्चन की शादी हो गई और यहीं से शुरू हुआ रेखा-जया में मनमुटाव। जया ने अपनी शादी में रेखा को इनवाइट नहीं किया। ये बात उन्हें बहुत बुरी लगी। उस वक्त रेखा ने मीडिया से कहा था कि उन्हें लगता था कि जया को वाकई उनसे प्यार है। इस कारण वो उनकी देखभाल करती हैं, पर ऐसा नहीं है। जया हर जूनियर को राय देती हैं क्योंकि वो दूसरों को नीचा दिखाना चाहती हैं।

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