Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की मौत पर किसने क्या कहा?, जानिए सारी अपडेट
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अंसारी पर 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे, जिसमें से 8 मामलों में उसे सजा हो चुकी थी। अंसारी की मौत के बाद से कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है। कोई इसे साजिश करार देते हुए मामले की जांच करने को कह रहा है तो कोई मौत को निंदनीय बता रहा है।
आइये जान लेते है किसने क्या कहा?
अंसारी की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, समाजवादी पार्टी ने X (पू्र्व में ट्विटर) पर अंसारी की मौत पर दुख प्रकट किया। सपा ने हिंदी में पोस्ट कर लिखा 'पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी जी का इंतकाल, दुःखद। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहने का संबल प्राप्त हो। विनम्र श्रद्धांजलि !'
बसपा प्रमुख मायावती ने अंसारी की मौत की गहन जांच करने की मांग की है। उन्होंने x पर पोस्ट कर लिखा 'मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।'
मुख्तार अंसारी के मौत के बाद AIMIM सांसद असदुद्दीन औवेसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने X पर लिखे पोस्ट में मुख्तार अंसारी की मौत को निंदनीय बताया है। उन्होंने अंसारी की तस्वीर पोस्ट कर लिखा कि 'इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलैही रजियून. अल्लाह से दुआ है के वो मुख़्तार अंसारी को मग़फ़िरह अदा करें, उनके ख़ानदान और उनके चाहने वालों को सब्र्-ए-जमील अदा करें। गाजीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को को खो दिया. मुख्तार साहब ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था के उन्हें ज़हर दिया गया था. बावजूद इसके, सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जोह नहीं दिया।निंदनीय और अफसोसजनक।'
इतना ही नहीं कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने अंसारी की मौत पर यूपी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज मुख्तार अंसारी की जेल में मौत बीजेपी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार पर एक बड़ा सवाल उठाती है। इसकी गहन जांच होनी चाहिए ताकि सभी को पता चल सके कि जेलों में क्या हो रहा है।'
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अंसारी की मौत पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने x पर लिखा 'यूपी से पूर्व विधायक श्री मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुःखद समाचार मिला। परवरदिगार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। कुछ दिन पूर्व उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है फिर भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता। संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।'
वहीं मौत को संस्थागत हत्या करार देते हुए पूर्व सांसद पप्पू यादव ने एक्स पर लिखा, 'पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी जी की सांस्थानिक हत्या। कानून, संविधान, नैसर्गिक न्याय को दफन कर देने जैसा है।'