पंचकूला(विजेश शर्मा)। पंचकूला जिले के गांव बतौड में हर साल संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती 14 अप्रैल को धूमधाम से मनाई जाती थी, लेकिन इस बार लॉकडाउन और कोरोना वायरस के चलते बडा समारोह रद्द करके छोटा कार्यक्रम हरिजन चौपाल में किया गया। भीमराव अम्बेडकर की फोटो पर फूल मालाएं पहनाकर नतमस्तक हुए।साथ ही गरीब जरूरतमन्द लोगों को उनके घरों में खाना पहुंचाया। वही मुख्यअतिथि के रूप में पहुंचे सरपंच लक्ष्मण बतौड ने कहा कि भीमराव अम्बेडकर एक शिल्पकार, समाज सुधारक तथा अर्थशास्त्री थे। इनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था वह समाज में फैले जाती के भेदभाव को दूर करना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने दलित वर्ग के लोगो व देश की सभी महिलाओं की तरक्की के लिए उन्हें आरक्षण दिलवाया था। उन्होंने हमारे देश का संविधान भी लिखा था जिसके लिए उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इस लिए हर साल 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के नाम से जाना जाता है। इस मौके पर एडवोकेट मनीष कुमार, राम कुमार, कृष्ण, राजबीर राणा, मुकेश, विनोद बंसल, महिपाल, भूपेश बंसल, सोहन सिंह आदि मौजूद रहे।
हरिजन चौपाल में मनाई बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती
