उत्तर प्रदेश में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। लॉकडाउन के दौरान गश्त करने निकली पुलिसकर्मियों की नाव पलट गई। जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की डूबने से मौत हो गई। इनमें से एक दरोगा, सिपाही और नाविक शामिल थे। यह घटना फतेहपुर शहर की है। नाव के डूबते (Boat Sinking) ही पुलिस ने तुरंत गोताखोरों की मदद ली। जब तक गोताखोर (diver) पहुंचते, तब तक नाव पूरी तरह डूब चुका था। हालांकि नाव में सवार एक सिपाही ने किसी तरह से तैरकर बाहर निकल आया। वहीं अन्य तीन लोग डूब गए। 14 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाकर तीनों के शव बाहर निकाला गया। तेज आंधी चलने से हुआ ये हादसा पुलिस ने बताया कि लॉकडाउन के चलते पुलिस नाव की सवारी कर गश्त पर (Patrolling) निकली थी। शनिवार शाम करीब 6.30 बजे यमुना नदी की सीमा पर लखनपुर जोरवारपुर गांव के पास अचानक तेज हवा चलने लगी। इससे पुलिसकर्मियों की नाव यमुना नदी में पलट गई।
नाव पर कुल चार लोग सवार थे। सिपाही निर्मल किसी तरह से तैरकर लोहंगपुर घाट पर पहुंचा। जबकि बाकी तीन लोग डूब गए। एसओ आरके यादव ने नदी में जाल डालकर खोजबीन शुरू कराई। 14 घंटे बाद तीनों के शव बाहर निकाला गया। मृतक सिपाही शशिकांत गाजीपुर जिले, दरोगा रामजीत सोनकर प्रयागराज के और नाविक रवि बिहार के रहने वाले थे। किशनपुर थाने में तैनात दरोगा रामजीत सोनकर, सिपाही शशिकांत और सिपाही निर्मल यादव लॉकडाउन में शाम करीब साढ़े चार बजे गश्त पर निकले थे। सभी लोग नाव से बांदा सीमा से वापस लौट रहे थे।