निचले इलाकों से लोगों को शिफ्ट करने का निर्देश
बाढ़ से बचाव के लिए अग्रिम तैयारियां शुरू
बिहार (ब्यूरो) :- नेपाल के तराई क्षेत्र व उत्तर बिहार के मैदानी इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे है… आलम ये है कि इन इलाकों की सभी नदियों में उफान है और कई तो खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.. नदियों के किनारे बने तटबंधों पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है. बिहार के जल संसाधन विभाग ने कई जिलों में तटबंध पर दबाव बढ़ने के बाद अलर्ट जारी कर दिया है. ऐसे में इन नदियों की जद में आने वाले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है…
जिसके चलते अब स्थानीय लोग वहां से पलायन भी करने लग गए है। वहीं जल संसाधन विभाग ने बाढ़ से सुरक्षा संबंधी सूचना के लिए टॉल फ्री नं.भी जारी किया है। गौरतलब है कि राज्य भर में भारी बारिश की चेतावनी को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने NDRF और SDRF की टीमों को तैयार रहने को कहा है। दरअसल मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक बागमती बेसिन में भारी बारिश की चेतावनी दी है. इससे बिहार के 14 जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न होने की आशंका है. ऐसा हुआ तो कम- से- कम 50 लाख की आबादी बाढ़ संकट में फंस सकती है। गौर हो कि बिहार में बारिश हर साल ऑफर लेकर आती है।
बिहार: 15 जिलों की 50 लाख आबादी, मंडरा रहा बाढ़ का खतरा !
