हरदोई(दिपक गुप्ता)। हरदोई में इन दिनों तहसील सवायजपुर के हरपालपुर क्षेत्र के दयालपुर गांव में चकबंदी चल रही है। जहां पर शासन के निर्देशों के बाद चकबंदी कर्मियों ने खेतों की नाप करना शुरू कर दिया है। इससे स्थानीय किसानों में खुशी भी है व इसका वह पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस समय उनके खेतों में कोई फसल भी नहीं है। चकबंदी हो जाने से गांव में सभी के छोटे-छोटे खेत एक में मिल जाएंगे व चक रोड तथा सड़कें भी निकल आएंगी। जिससे ग्रामीणों को जो आवागमन में परेशानी होती है वह भी दूर हो जाएगी, परंतु राजनीतिक रोटियां सेकने वाली कथित भारतीय किसान यूनियन के कुछ पदाधिकारी इसके विरोध पर उतारू हैं। यूनियन वालों का कहना है कि खेतों में फसल है। जबकि स्थानीय किसानों का कहना है खेतों में कोई फसल नहीं है।
यही नहीं यूनियन के पदाधिकारी प्रशासन को गुमराह कर ज्ञापन देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। हरदोई की सवायजपुर तहसील के हरपालपुर क्षेत्र में शासन के निर्देश पर इस समय चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। इसमें खेतों की नाप कर चकों को किसानों को उनकी सुविधा के अनुसार आवंटित किया जाएगा व शेष बची भूमि पर चकरोड निकालकर रास्ते, सड़क आदि का निर्माण कर ग्रामीणों के आवागमन को सुलभ बनाया जाएगा। जिसका स्थानीय ग्रामीण पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं। उनका कहना है जो फसल पक चुकी थी वह कट चुकी हैं।
खेत इस समय खाली हैं व थोड़ी बहुत जो फसल है भी उसे खेतों की नाप होने से कोई नुकसान भी नहीं है। किसान कभी भी यह फसल काट सकते हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन के तहसील अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह कुछ पदाधिकारियों के साथ अपने निजी स्वार्थवश इस प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है खेतों में अभी फसल खड़ी है। किसानों का नुकसान हो रहा है। उन्होंने एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा है व मांग की है कि चकबंदी प्रक्रिया तत्काल रोक दी जाए न रुकने पर वह अगले 21 जून से धरना प्रदर्शन को मजबूर होंगे। जिसका स्थानीय किसानों ने विरोध किया है।
Published By: Pooja Saini