मिल्क प्लांट में दूग्ध उत्पाधकों केे बनाए जा रहे हैं किसान क्रेडिट कार्ड
12 हजार के बनाए जा चुके है क्रेडिट कार्ड
जींद (रविशंकर शर्मा) :- कोरोना काल में दुग्ध उत्पादक किसानों के सामने किसी प्रकार का आर्थिक संकंट पैदा नही हो, इसके लिए सरकार निर्णय लिया है कि जींद के वीटा मिल्क प्लांट को दूध की आपुर्ति करने वाले जींद हिसार और फतेहाबाद के भूना क्षेत्र के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जा रहे हैं। इन क्षेत्रों के किसान जींद में वीटा मिल्क प्लांट की सहकारी दुग्ध सप्लायर कमेटियों के साथ जुडे़ हुए हैं। ये किसान मिल्क प्लांट को दूध की सप्लाई करते हैं। कोरोना काल का कोई असर दुग्ध उत्पादक किसानों पर नहीं पड़े और वीटा मिल्क प्लांट को दूध आपूर्ति लगातार जारी रहे ताकि आमजन को दूध मुहैया होने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सरकार ने यह अहम एंव बेहतर कदम उठाया है। और इसके लिए किसान से पैन कार्ड एंव बैंक की पास बुक मिल्क प्लांट प्रबंधन स्वयम ले रहा है और इसके लिए किसान को किसी प्रकार की कोई गांरटी भी नही देनी होगी। इससे किसान को आर्थिक मदद मिलेगी।
डीसी जींद डाक्टर आदित्य दहिया ने बताया कि कोरोना संकट से किसानों को उबारने के लिए केंद्र एंव राज्य सरकार प्रयासरत हैं और अनेक उपाय किए जा रहे हैं हमारे यहां 47 हजार 200 डेयरी फार्मर है तथा इसमें से 12 हजार के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जा चुके है तथा शेष के बनाए जा रहे हैं । उन्होने आहवान किया कि जिनके कार्ड नही बने है वें भी जल्द ही इस योजना का लाभ उठाए। दूध की आपूर्ति करने वाले किसानो ने भी इस योजना का स्वागत करते हुए बताया कि यह सरकार का बहुत ही सराहनीय कदम है इससे उन्हे काफी आर्थिक लाभ मिलेगा।
कोरोना संकट में दुग्ध उत्पादकों के लिए सरकार की बड़ी मदद..
