गुड़गांव के सिविल लाइन स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ग्रीवांस कमेटी की बैठक ली। बैठक में कुल 11 शिकायतें रखी गईं, बैठक में बाबड़ा-बाकीपुर निवासी किसान राम प्रताप पुत्र मामचंद यादव की बाग उजाड़ने की शिकायत पर सुनवाई करते हुए सीएम मनोहर लाल ने बिजली निगम के एक्सईएन द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने पर निलंबन के आदेश कर दिए। वहीं अन्य शिकायतों का भी सीएम ने निपटारा किया।
बाग उजाड़ने के मामले में शिकायतकर्ता का कहना था कि बिजली निगम ने 220 केवी बड़ी लाइन लगाने के लिए उसके बाग में बड़े-बड़े गड्ढे कर दिए और उसके बाग को उजाड़ दिया। उसे इसके लिए कोई नोटिस आदि नहीं दिया गया और ना ही उसकी संतुष्टि की गई। उन्होंने बताया कि इस बड़ी लाइन के लिए वह बाग में बने अपने मकान को भी तोड़ने को तैयार थे, लेकिन निगम अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और बाग में एल के आकार में गड्ढे खोद दिए। बिजली निगम के एक्सईएन से जब मुख्यमंत्री ने इस पर जवाब मांगा तो उसे कुछ पता ही नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को जब शिकायत मिली तो उन्हें समाधान करने का प्रयास करना चाहिए था, जो उन्होंने नहीं किया। एचवीपीएनएल के अधीक्षक अभियंता ने बताया कि उक्त किसान को 3 लाख 89 हजार रुपए का मुआवजा दिया गया है, जिस पर शिकायतकर्ता ने कहा कि यह तो उसके नुकसान का चौथाई हिस्सा ही है।
हर शिकायतों का करें समय से समाधान
बैठक में दौरान सीएम ने अधिकारियों को अलर्ट होकर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि ये जरूरी नहीं है कि समस्याएं इस समिति की बैठक में रखी जाएं तभी समाधान हो। अधिकारियों को सीधे तौर पर मिलने वाली शिकायतों का भी तत्परता से समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में बिल्कुल भी लापरवाही सहन नहीं होगी। सीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार बिल्कुल सहन नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम किसी चीज को छुपाते नहीं हैं, बल्कि कोई भी मामला संज्ञान में आता है तो उसकी पारदर्शिता से जांच करवाकर जाती है।