शिमला -:हिमाचल के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते प्रसिद्ध भाखड़ा डैम के जल स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। जिस पर बीबीएमबी मैनेजमेंट पैनी नजर बनाए हुए है। बीबीएमबी मैनेजमेंट के आंकड़ों के अनुसार सोमवार को भाखड़ा डैम के पीछे बनी विशाल गोविंद सागर झील में विभिन्न स्रोतों से आने वाले पानी की मात्रा 37011 क्यूसेक दर्ज की गई। जिससे भाखड़ा डैम का जल स्तर 1656.53 फीट तक जा पंहुचा है, जो फिलहाल खतरे के निशान से लगभग 24 फीट नीचे है। भाखड़ा डैम से 24 हजार क्यूसेक पानी छोड़ कर 195.49 लाख यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया। जानकारों की माने तो भाखड़ा डैम में सभी टरबाइनें बिजली बनाने में दिन रात जुटी हुई है। बात अगर बीते वर्ष की करें तो आज के ही दिन भाखड़ा का जलस्तर 1675.88 फीट दर्ज किया गया था।
इस संबंध में बीबीएमबी के मुख्य अभियंता कलजीत सिंह ने बताया कि बीबीएमबी मैनेजमेंट भाखड़ा के बढ़ते पानी पर अपनी नजर बनाए हुए है और 20 सितंबर तक भाखड़ा डैम का जलस्तर बढने का समय होता है। फिलहाल डैम का जलस्तर 1656.53 फीट तक ही है। उन्हें लगता है कि इस बार फ्लड गेट खोलने की नौबत नहीं आएगी। ऐसे हालात बनते भी हैं तो सतलुज दरिया में पानी समाने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि भाखड़ा डैम में बिजली उत्पादन में सभी टरबाइनें दिन रात बिजली उत्पादन में जुटी हुई है। गौरतलब है कि भाखड़ा डैम के जलस्तर 1680 फीट को खतरे का निशान माना जाता है, लेकिन मैनेजमेंट चाहे तो 1685 फीट तक पानी भरा जा सकता है।