पंचकूला(संदीप सैनी) सेक्टर-10 के एक निवासी को रविवार रात को आवारा कुत्तों के साथ खेलना और रोटी खिलाना उस समय महंगा पड़ गया जब दो कुत्ते अचानक भड़क गए और उसे नीचे गिराकर बुरी तरह नोंच डाला। लगभग 18 जगहों पर कुत्तों ने इस व्यक्ति को नोंच लिया। जब यह व्यक्ति चिल्लाने लगा तो तुरंत मोहल्ले के लोग बाहर निकले। जिसके बाद दोनों कुत्ते वहां से भाग गए। कुत्तों के शिकार बने राकेश वशिष्ठ ने बताया कि वह रोजाना अपनी गली में रहने वाले दो आवारा कुत्तों को खाना खिलाता है और उनके साथ काफी समय से खेलते हुए थे। रविवार रात को खाना खिलाने के बाद जब वह दोनों आवारा कुत्तों के साथ खेल रहे थे तो अचानक एक कुत्ता भड़क गया और उस पर हमला करने लगा। इसी बीच दूसरे कुत्ते ने भी उस पर हमला कर दिया। एकदम हुए हमले को राकेश वशिष्ठ भांप नहीं पाया और उसे लगा कि शायद दोनों उसके साथ खेल रहे हैं लेकिन दोनों कुत्तों ने उसे नीचे गिरा दिया। उसकी पीठ, हाथ, बाजू, टांगों पर अलग-अलग जगह काट लिया। राकेश वशिष्ठ चीखें मारते रहे लेकिन दोनों कुत्तों ने उसे नहीं छोड़ा। राकेश वशिष्ठ ने बताया कि लोग बाहर आ गए तो यह दोनों कुत्ते भाग गए। लोगों ने उसे उठाया और परिजनों को सूचना दी। चंडीगढ़ में लगवाए 18 इंजेक्शन
परिजन राकेश वशिष्ठ को नागरिक अस्पताल सेक्टर-6 पंचकूला ले गए जहां पर दो इंजेक्शन लगाने के बाद उन्हें गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर-32 चंडीगढ़ भेज दिया गया। जहां पर उनके 18 जगह पर इंजेक्शन लगाए गए। राकेश वशिष्ठ ने बताया कि उस रात वह पर्स ले जाना भूल गए और उनके साथ जो व्यक्ति गए थे, उनके पास भी पैसे नहीं थे। दुकानदार ऑनलाइन पेमेंट लेने के लिए तैयार नहीं हुआ। छह हजार से ज्यादा के इंजेक्शन लगे 6200 रुपये के इंजेक्शन थे, बड़ी मुश्किल के बाद दुकानदार को मनाया गया और गूगल पे के जरिये पैसे ट्रांसफर किए गए। हाउस ऑर्नस वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-10 के चेयरमैन भारत हितैषी ने बताया कि सेक्टर-10 में आवारा कुत्तों ने पिछले कुछ समय में कई बच्चे दिए हैं। नगर निगम का स्टरलाइजेशन फेल हो गया है। निगम के अधिकारियों को पंचकूला के लोगों को सुरक्षा दिलाने के लिए कदम उठाने चाहिए। लगभग 7800 से ज्यादा कुत्तों का स्टरलाइजेशन किया जा चुका है। नियमों के अनुसार जहां से कुत्ता पकड़ा जाता है, वहीं, छोड़ा जाता है। शिकायत मिलने पर टीम तुरंत भेजी जाती है।