गोबर के दीये बना कर दे रहें हैं पर्यावण जागरूकता का संदेश!
डोंगरगांव (ब्यूरो) : भारत में दीपावली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष कोविड 19 के चलते अन्य त्योहारों की तरह ही कोरोना का संक्रमण दिवाली को भी प्रभावित कर रहा है, लेकिन फिर भी लोग त्योहार मनाने की तैयारी में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। जैसे-जैसे पर्व नजदीक आते जा रहा है वैसे-वैसे खरीदारी में भी तेजी आ रही है। इसके चलते बाजार में अब भीड़ भी दिखने लगी है। वहीं दूसरी ओर नगर में गोबर से दीपावली के लिए नये डिजाइन एवं नये रूप में दीये बनाये जा रहे हैं।
समूह की अध्यक्ष नीता रामटेके एवं सफाई दरोगा पन्नालाल यादव ने बताया कि सफाई कार्य में लगी महिलाएं डोर-टू -डोर जाकर नगर के सभी वार्डों से कचरा कलेक्ट कर मणीकंचन केंद्र में लाती हैं और फिर उसे छांटकर अलग-अलग करती हैं। इसके बाद वे अपने समूह के माध्यम से गोबर के दीये बना रही हैं। यह कार्य महिलाओं को नई दिशा दे रहा है। साथ ही उनकी कमाई का जरिया बनते जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक शासन की ओर से इसके लिए खरीदी बिक्री के लिए कोई आदेश या मार्गदर्शन नहीं किया गया है। स्वच्छता दीदीयां वार्डों में जहां कचरा एकत्र करने जाती हैं वहां इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, और लोगों को गोबर से बने दीये का उपयोग करने के साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का संदेश दे रहीं हैं।
समूह की महिलाएं रोज लगभग 200 से 300 दीये बनाती हैं और उन्हें सुंदर रगों से सजाकर बेचने के लिए तैयार कर रहीं है।
गोबर के दीये बना कर दे रहें हैं पर्यावण जागरूकता का संदेश!
