मां को याद कर बोली, काश आज मां यहां होतीं !
वाशिंगटन (ब्यूरो) :- दक्षिण एशियाई महिला सीनेटर कमला हैरिस ने एक इतिहास रचा है…डेमोक्रेटों ने पहली बार किसी अश्वेत और दक्षिण एशियाई महिला सीनेटर कमला हैरिस को औपचारिक रूप से उपराष्ट्रपति के लिए नामित किया है.. और ऐसा शायद पहली बार हुआ है..हैरिस ने इसे स्वीकार कर इतिहास रच दिया। उन्होंने कहा कि नस्लवाद को खत्म करने के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। हमें ही इसके लिए काम करना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अब कुछ अलग होने वाला है..
कमला हैरिस ने कहा कि देशवासियों को बिडेन को राष्ट्रपति बनाने के लिए मतदान करना चाहिए। पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन का दृष्टिकोण एक ऐसा अमेरिका बनाना है जहां कोई भेदभाव नहीं होगा। सभी लोगों का स्वागत किया जाएगा। उन्होंने गोपालन का कई बार जिक्र किया। इस मौके पर हैरिस ने उन मूल्यों पर भी बात की, जो उन्हें उनकी मां ने सिखाए थे। इस मौके पर उन्होंने अपनी मां को काफी याद किया..उन्होंने कहा कि इस मोके पर काश वो यहां होती तो कितना अच्छा होता !
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